
चंडीगढ़, 3 मई (Udaipur Kiran) नशा जैसी सामाजिक कुरीति को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से शनिवार को वॉक फॉर ड्रग फ्री चंडीगढ़ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी सहित कई अन्य राजनेताओं ने भाग लिया। यहां नशा के खिलाफ पैदल मार्च निकाला गया, जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने रखा था।
कार्यक्रम के दौरान पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों ने मंच साझा किया। दोनों की आपस में नजरें भी मिलीं, लेकिन एक-दूसरे से कोई बात नहीं की। एक-दूसरे से हाथ भी नहीं मिलाया। मुख्यमंत्री सैनी ने भाखड़ा पानी के मुद्दे पर अपनी मांग तो दोहराई, लेकिन मंच साझा करने को लेकर कहा कि चंडीगढ़ के प्रशासक के निमंत्रण पर यहां आए हैं।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ युवा ऊर्जा के साथ विकसित भारत बनाए जाने के सपने को साकार करने में विशेष योगदान दें पाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश में नशे के खिलाफ अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में नशे के खिलाफ पैदल मार्च निकाला गया। जिसमें ट्राई सिटी के युवाओं व उनके अभिभावकों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। मार्च के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि जब एक बार युवा कुछ कर गुजरने की ठान लेते हैं तो वे उसे पूरा करके ही दम लेते हैं।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि युवाओं का जोश इस बात को दर्शाता है कि वे विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने में प्रधानमंत्री के साथ खड़े हैं। संदेश यही है कि नशा पूरी तरह से समाप्त हो। समाज में नशा रूपी कुरीति की कोई जगह नहीं है। हरियाणा में भी सरकार ने नशे के खिलाफ जन जागरण अभियान चला रखे हैंं, इन अभियानों को आमजन का भरपूर समर्थन मिल रहा है। नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आम लोगों नशे के खिलाफ अभियान को और मजबूत बनाने में सहयोग देने का आह्वान किया।
—————
(Udaipur Kiran) शर्मा
