गुवाहाटी, 01 जनवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज असम राज्य चिड़ियाघर सह वनस्पति उद्यान को आधुनिक स्वरूप देने के लिए 362.04 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना के तहत जानवरों और आगंतुकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 1957 में स्थापित असम राज्य चिड़ियाघर सह वनस्पति उद्यान उत्तर-पूर्व क्षेत्र का एकमात्र जैव विविधता संरक्षण केंद्र है। उन्होंने अपने बचपन की यादें साझा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इसे आधुनिक बनाने का संकल्प लिया और इसके लिए 362.04 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार डिब्रूगढ़ और सिलचर में दो नए चिड़ियाघरों की स्थापना करेगी। इन दोनों चिड़ियाघरों को खुले चिड़ियाघर मॉडल पर बनाया जाएगा, जिनके लिए क्रमशः 259 करोड़ रुपये और 214 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा, चाबुआ में वन्यजीव स्वास्थ्य संस्थान की स्थापना का भी निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शिकार की घटनाएं लगभग समाप्त हो चुकी हैं। फिर भी, हाथियों और बाघों से जुड़े शिकार मामलों को रोकने के लिए असम पुलिस की विशेष टास्क फोर्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार अब तक 74,115 बीघा वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर चुकी है, जिससे वन्यजीवों की आबादी में वृद्धि और शिकार रोकने में मदद मिली है।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ‘असम में हाथी जनगणना रिपोर्ट’ जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में हाथियों की संख्या 5828 है, जो राज्य के वन्यजीव संरक्षण के सकारात्मक प्रयासों को दर्शाती है।
इस अवसर पर पर्यावरण और वन मंत्री चंद्र मोहन पटो्वारी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री अशोक सिंघल, गुवाहाटी की सांसद बिजुली कलिता मेधी, जीएमसी के मेयर मृगेन सरनिया, विशेष मुख्य सचिव (वन) एमके यादव और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश