-कोकराझार विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन की आधारशिला रखी-कोकराझार में बथौ पूजा समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
कोकराझार (असम), 28 जनवरी (Udaipur Kiran) । बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के विकास और प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज कोकराझार के बाउखुंगुरी में बीटीसी विधान परिषद के कार्यकारी पार्षदों और पार्षदों के लिए नवनिर्मित आवासों का उद्घाटन किया। ये आवास लगभग 100 करोड़ के अधोसंरचना विकास अनुदान से निर्मित किए गए हैं। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री आज बीटीआर के 5वें शांति समझौता दिवस के मौके पर कोरराझार पहुंचे थे।
इस अवसर पर असम सरकार के हस्तकला, वस्त्र एवं रेशम मंत्री यूजी ब्रह्मा, बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद के मुख्य कार्यकारी पार्षद प्रमोद बोडो, कार्यकारी पार्षद, परिषद की विधान सभा के सदस्य और अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इसके बाद, कोकराझार में उच्च शिक्षा के ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से डॉ. सरमा ने हरिनागुरी में आगामी कोकराझार विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन की आधारशिला रखी। उल्लेखनीय है कि इस 80 बीघा भूमि को एक व्यापक मास्टर प्लान के तहत योजनाबद्ध किया गया है, जिसका उद्देश्य इसे एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक केंद्र में बदलना है। यह केंद्र आधुनिक विषयों जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स आदि पर केंद्रित होगा, जो शैक्षिक प्रगति के एक नए युग का आरंभ करेगा। कोकराझार कॉलेज के रूप में 1959 में स्थापित यह संस्थान, जो बाद में कोकराझार गवर्नमेंट कॉलेज बना और फिर विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ, वर्षों से बीटीआर के शैक्षिक परिदृश्य पर एक स्थायी और प्रभावशाली छाप छोड़ रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बीटीआर क्षेत्र में उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के ठोस प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने घोषणा की कि विश्वविद्यालय के लिए एक पूर्णकालिक कुलपति की नियुक्ति इस वर्ष अप्रैल तक कर दी जाएगी। उन्होंने राज्य की अटूट प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि बीटीआर के लोगों की गरिमा बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए व्यापक शैक्षिक संसाधन प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने छात्रों को ज्ञान और बुद्धिमत्ता की खोज में समर्पित होने के लिए स्वयं को प्रेरित करने के महत्व को भी रेखांकित किया, जो न केवल बीटीआर में शैक्षिक प्रगति को बढ़ावा देगा बल्कि राज्य के व्यापक विकास पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के विकास के लिए 50 करोड़ की वित्तीय सहायता की घोषणा की।
इस कार्यक्रम में हस्तकला, मंत्री यूजी ब्रह्म, बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोडो, सांसद जयंता बसुमतारी, बीटीसी के उप-प्रमुख कार्यकारी सदस्य गोबिंद चंद्र बसुमतारी, कार्यकारी सदस्य, परिषद के सदस्य और अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कोकराझार में बाथौ पूजा समारोह के अवसर पर आयोजित एक आध्यात्मिक अनुष्ठान में भी भाग लिया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस पवित्र पूजा का आयोजन बीटीआर के लोगों में शांति, प्रगति और समृद्धि की भावना को और मजबूत करेगा। इस शुभ अवसर पर उन्होंने जनता को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा