
मुंबई, 08 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को पुणे में कहा कि इसी साल दिसंबर तक राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में सौर ऊर्जा का उपयोग शुरू कर दिया जाएगा। इसी के साथ प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना भी राज्य में प्रभावी रूप से लागू की जाएगी।
मुख्यमंत्री फडणवीस आज पुणे में महाऊर्जा के नए प्रशासनिक भवन के उद्घाटन के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में महाऊर्जा के लिए दो लक्ष्य महत्वपूर्ण हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में सौर ऊर्जा के उपयोग को तेज करना होगा। प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना सफल रही है और उस योजना से जुड़ी राज्य योजना शुरू की जानी है और पहले चरण में 100 यूनिट तक के सभी उपभोक्ताओं और दूसरे चरण में 300 यूनिट तक के सभी उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा में लाया जाना है। प्रयास यह है कि 300 यूनिट तक बिजली का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य पर लाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीन बिल्डिंग के लिए सभी मानकों को पूरा करने वाली, प्रकृति का पूरा उपयोग करने वाली, ऊर्जा की बचत करने वाली और आवश्यक ऊर्जा का 100 प्रतिशत उत्पादन करने वाली महाऊर्जा की यह नई इमारत ग्रीन बिल्डिंग का एक बेहतरीन उदाहरण है। ऊर्जा बचत के क्षेत्र में और अपरंपरागत ऊर्जा के क्षेत्र में महाराष्ट्र ने अच्छा काम किया है। पिछले 2 वर्षों में जहां देश भर में 4 लाख कृषि पंप लगाए गए हैं, वहीं राज्य ने अपरंपरागत ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देकर 5 लाख सौर कृषि पंप महाराष्ट्र में लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सौर कृषि चैनल के माध्यम से 2026 तक 16 हजार मेगावाट क्षमता वाले फीडरों को सौर ऊर्जा में परिवर्तित किया जाएगा। इसका काम बहुत तेज गति से चल रहा है। यह एशिया की सबसे बड़ी परियोजना है, जो विभाजित तरीके से चल रही है। सौर ऊर्जा के उपयोग से बिजली की दरें कम होंगी पिछले कुछ वर्षों में गैर-परंपरागत ऊर्जा उत्पादन में महाऊर्जा ने अच्छा प्रदर्शन किया है। सौर ऊर्जा उत्पादन में हम देश में अग्रणी हैं। हमने वितरित तरीके से सौर ऊर्जा पर बिजली उत्पादन करके भी देश में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।
कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री फडणवीस ने अन्य गणमान्य लोगों के साथ गैर-पारंपरिक ऊर्जा पर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। शुरुआत में उन्होंने महाऊर्जा कार्यालय परिसर में पौधारोपण किया। यह है महाऊर्जा विकास एजेंसी की इमारत पर्यावरण अनुकूल (ग्रीन बिल्डिंग), सुपर ई.सी.बी.सी. और नेट जीरो एनर्जी कॉन्सेप्ट के आधार पर औंध में महाऊर्जा की नई इमारत का निर्माण किया गया है। इसमें पोरोथम ब्लॉक, डबल ग्लेज्ड विंडो, सिरेमिक जाली, रेडिएंट कूलिंग सिस्टम, अर्थ टनल ट्यूब सिस्टम, वेंचुरी इफेक्ट, दो चरण वाष्पीकरण प्रणाली, सोलर ट्यूब और 290 किलोवाट क्षमता के ट्रांसमिशन-लिंक्ड सोलर प्लांट आदि का उपयोग किया गया है।
कार्यक्रम में विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोरहे, विधानसभा उपाध्यक्ष अन्ना बनसोडे, गैर-परंपरागत ऊर्जा मंत्री अतुल सावे, सांसद मेधा कुलकर्णी, सांसद श्रीरंग बारणे, विधायक उमा खापरे, विधायक भीमराव तापकीर, मनपा आयुक्त नवल किशोर राम, प्रभारी विभागीय आयुक्त कविता द्विवेदी, जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी, महाऊर्जा की महानिदेशक डॉ. कादंबरी बलकवड़े, महाराष्ट्र राज्य बिजली कंपनी के निदेशक विश्वास पाठक, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के सचिव मिलिंद देवरे, अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. त्रिगुण कुलकर्णी और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) यादव
