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दुनिया को युद्ध की नहीं, महात्मा बुद्ध के शांति मार्ग की जरूरत : मुख्यमंत्री डॉ यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव को संबोधित किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव को संबोधित किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 9वें अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव में अंतर्राष्ट्रीय बुद्ध शांति पुरस्कार प्रदान किए

-9वें अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री, विश्व शांति का दिया संदेश

भोपाल, 26 जनवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज दुनिया को युद्ध की नहीं, बुद्ध के बताए ज्ञान पर अमल की जरूरत है। भगवान बुद्ध का मार्ग ही विश्व शांति का मार्ग है। यह मार्ग हमें मन की शांति, करूणा, प्रेम, अपनत्व और विश्व बंधुत्व की ओर ले जाता है। मुख्यमंत्री ने बुद्ध के विचारों और शिक्षाओं को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि उनका संदेश दुनिया में शांति और सद्भाव लाने का सबसे सशक्त माध्यम है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार शाम को भोपाल के चूना भट्टी क्षेत्र में आयोजित 9वें अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने आयोजकों द्वारा चयनित विभूतियों को अंतरराष्ट्रीय बुद्ध शांति पुरस्कार प्रदान किया तथा महोत्सव पर आधारित स्मारिका का विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री ने आयोजकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे धार्मिक महोत्सवों से समाज में भाईचारे और सामाजिक सौहार्द के संदेश का प्रसार होता है। बौद्ध महोत्सव में देश-विदेश से आए बौद्ध विद्वानों और अनुयायियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बौद्ध दर्शन और उसके माध्यम से विश्व शांति की स्थापना को बढ़ावा देना था।

उन्होंने कहा कि समाज में समरसता लाने के लिए बुद्ध का बताया मार्ग सर्वश्रेष्ठ है। हम इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सरकार बौद्ध समाज के साथ मिलकर विकास के कार्य करेगी। बौद्ध समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने चूना भट्टी स्थित स्थल को स्थायी बौद्ध भूमि घोषित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं और सब मिलकर इस पवित्र बौद्ध भूमि का विकास करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर को सदैव ही सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहेब की जन्म स्थली, उनके अध्ययन स्थल, उनकी दीक्षा भूमि, चैत्य स्थल और महानिर्वाण स्थल का विकास कर इन्हें पंच महातीर्थ की संज्ञा दी है। हमारी सरकार महात्मा गौतम बुद्ध और बाबा साहेब के बताए शांति मार्ग पर चलकर समतामूलक समाज के निर्माण की दिशा में अग्रसर है। हमने 24 जनवरी को हुई कैबिनेट मीटिंग में महू स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में विधि संकाय प्रारंभ करने के लिए 25 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। सांची स्थित बौद्ध ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय को भी हम अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप बनायेंगे। इसमें सभी जरूरी संसाधन और सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।

अंतरराष्ट्रीय बुद्ध शांति पुरस्कार प्रदान किए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आयोजकों द्वारा चयनित विभूति उनको अंतरराष्ट्रीय बुद्ध शांति पुरस्कार 2025 प्रदान किए। मुंबई के डॉ. सागर जोशी, थाईलैंड से आए डॉ. पोंचाई पिन्यापोंग, बोध गया (लाओस) से आये जक्साना, वियतनाम से आये डॉ. थिच जियक लाम, थाईलैंड से आईं डॉ मिथिला चौधरी, संजय गनवीर, रश्मि पांडे, विजय खातरकर, गौरव कठाने, राजेन्द्र प्रसाद सहित अन्य विभूतियों को यह पुरस्कार दिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अंतरराष्ट्रीय बुद्ध शांति पुरस्कार प्राप्त विभूतियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर कला, संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र में योगदान देने वाले अन्य नागरिकों को भी सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक भगवानदास सबनानी, प्रदेश भाजपा में पदाधिकारी राहुल कोठारी, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, भंते शाक्यपुत्र सागर थेरो सहित धम्मदूत संघ, बुद्ध भूमि महाविहार मोनेस्ट्री के अन्य पदाधिकारीगण, समाजजन एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक गण उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) तोमर

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