Gujarat

श्री 51 शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव में मुख्यमंत्री ने पालकी और घंटी यात्रा को प्रस्थान कराया

रविवार को तीन दिवसीय 51 शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव में पालकी तथा घंटी यात्रा को प्रस्थान कराते मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल।

-12 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित संस्कृत महाविद्यालय भवन का लोकार्पण

अंबाजी, 09 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की विशेष उपस्थिति में रविवार को अंबाजी में शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव-2025 का शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री ने राज्य की खुशहाली के लिए जगत जननी मां अंबा के दर्शन किए और पालकी तथा घंटी यात्रा को प्रस्थान कराया।

मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पण सहित दिव्यांग लाभार्थियों को उपकरण सहायता के वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। गुजरात सरकार, गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड तथा श्री आरासुरी अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में पवित्र यात्राधाम और आदि शक्तिपीठ अंबाजी में आज से तीन दिवसीय परिक्रमा महोत्सव शुरू हुआ।

मुख्यमंत्री ने राज्य की खुशहाली के लिए जगत जननी मां अंबा के दर्शन किए

मुख्यमंत्री ने राज्य की खुशहाली के लिए जगत जननी आदि शक्ति मां अंबा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने भट्ट जी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अंबाजी में 12 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से नवनिर्मित संस्कृत महाविद्यालय भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने भवन का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर छात्रों ने शास्त्रोक्त मंत्रोच्चार किया। इस नवनिर्मित संस्कृत महाविद्यालय का भवन अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट के स्वयं के कोष से किया गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस महाविद्यालय के साथ छात्रावास भी बनाया गया है। इस नवीन भवन में 150 छात्रों के लिए शिक्षा और आवास की सुविधा है।

श्री आरासुरी अंबाजी माता देवस्थान ट्रस्ट की ओर से वर्ष 1962 से श्री संस्कृत महाविद्यालय का संचालन किया जा रहा है। इस महाविद्यालय में छात्रों को कर्मकांड, ज्योतिष, वेद, पुराण, धर्मशास्त्र और उपनिषदों आदि का ज्ञान दिया जाता है। संस्कृत महाविद्यालय के ग्रंथालय में संस्कृत साहित्य की 5107 पुस्तकें उपलब्ध हैं।

51 शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव में मुख्यमंत्री की विशेष उपस्थिति

मुख्यमंत्री ने तीन दिवसीय 51 शक्तिपीठ परिक्रमा महोत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने पालकी तथा घंटी यात्रा को प्रस्थान कराया। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री शक्तिपीठ परिसर के मंदिर में पूजा-अर्चना कर परिक्रमा महोत्सव में सहभागी हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ओर प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में महाकुंभ चल रहा है, तो दूसरी ओर जगत जननी मां अंबा के परिक्रमा महोत्सव में लाखो भक्त माता की भक्ति में लीन होने जा रहे हैं। जगदंबा के परम उपासक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से यह विराट धर्मोत्सव दुनिया में आकर्षण का केंद्र बन गया है। अंबाजी धाम में 51 शक्तिपीठ की विशिष्ट महिमा है। साथ ही, भक्तों को देश के अन्य स्थानों में स्थित सारे शक्तिपीठों के दर्शन-पूजन का लाभ एक ही स्थान पर यानी मां अंबाजी धाम में उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री की परिकल्पना भी साकार हुई है।

प्रधानमंत्री की संकल्पना के अनुसार यदि कोई व्यक्ति अपने जीवनकाल में सभी 51 शक्तिपीठों के दर्शन का लाभ नहीं उठा पाया है, तो वह अंबाजी में बने 51 शक्तिपीठों की प्रतिकृतियों के दर्शन कर अपनी कामना और श्रद्धा पूर्ण कर सकता है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अंबाजी स्थित डी.के. त्रिवेदी भवन में दिव्यांगों को विभिन्न सहायताएं वितरित कीं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने विशिष्ट पहचान पत्र (यूडीआईडी) देने, मेडिकल चेकअप, एसटी बस में मुफ्त यात्रा के लिए पास जैसी अनेक योजनाएं लागू की हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकलांग और अपंग लोगों को ‘दिव्यांग’ नाम देकर उन्हें सच्चा सम्मान दिया है।

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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय

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