-गुजरात की ऊर्जा विभाग की टीम में और 394 नए कनिष्ठ अभियंता जुड़े
गांधीनगर, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के ऊर्जा विभाग की चार विद्युत वितरण कंपनियों में नई नियुक्ति प्राप्त करने वाले 394 कनिष्ठ अभियंताओं (जूनियर इंजीनियर्स) को बुधवार को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित समारोह में नियुक्ति पत्र प्रदान किए। पटेल ने इस अवसर पर अपेक्षा व्यक्त की कि राज्य की ऊर्जा टीम में नई नियुक्ति प्राप्त कर रहे इन युवा अभियंताओं की कार्य कुशलता से ऊर्जा क्षेत्र और दीप्तिमान हो उठेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा कर्मचारी राष्ट्र हित व राज्य हित को हृदय में रखकर कार्यरत रहने के साथ चक्रवात, वर्षा, बाढ़ जैसी मुश्किल परिस्थितियों में जान जोखिम में डालकर लोगों के घर में उजाला फैलाने के लिए निरंतर तत्परता से सेवारत रहते हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए समग्र ऊर्जा टीम को अभिनंदन दिया। उन्होंने नवनियुक्त युवा अभियंताओं को शुभकामनाएँ देते हुए आह्वान किया कि हम सभी को साथ मिलकर कर्तव्यरत रहकर वर्ष 2047 के विकसित भारत के लिए विकसित ऊर्जावान गुजरात का निर्माण करना है।
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पीजीवीसीएल के नवनिर्मित सब-डिवीजन ऑफिस, राजकोट में जेटको के वाजडी ट्रेनिंग सेंटर, एसएलडीसी की नई रिन्यूएबल एनर्जी मैनेजमेंट बिल्डिंग तथा जेटको के 7 नए विद्युत सब-स्टेशनों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने ई-सीजीआरएफ पोर्टल, जीयूवीएनएल के ‘ऊर्जा संवाद’ सामयिक तथा बुकलेट को लॉन्च भी किया।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई ने गुजरात के कर्मनिष्ठ बिजली कर्मचारियों के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि आज 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति से गुजरात वेगवान व ऊर्जावान बना है। बिजली कर्मचारियों ने चक्रवात, भारी वर्षा जैसी आपात स्थिति के बीच भी नागरिकों को विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए निरंतर तत्परता के साथ काम करके ठप पड़ी विद्युत आपूर्ति को केवल 24 से 36 घण्टे में बहाल किया।
मुख्य सचिव राज कुमार ने नवनियुक्त कनिष्ठ अभियंताओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आज के युग में बिजली नागरिकों की प्राथमिक जरूरत है। यह सभी बिजली कर्मचारियों को सुनिश्चित करना है कि राज्य के प्रत्येक नागरिक तक निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलती रहे। उन्होंने कहा कि हाल ही में गुजरात यात्रा पर आए 16वें वित्त आयोग ने भी राज्य के विद्युत क्षेत्र की सराहना की थी। उन्होंने कहा कि भविष्य में ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी अनेक चुनौतियों का सामना करने के लिए नवयुवाओं का रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र की दिशा में काम करना अनिवार्य है।
समारोह के आरंभ में ऊर्जा एवं पेट्रोरसायन विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. जे. हैदर ने सभी का स्वागत किया तथा नवनियुक्त कनिष्ठ अभियंताओं का ऊर्जा विभाग में स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में जीयूवीएनएल के प्रबंध निदेशक जयप्रकाश शिवहरे ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर गांधीनगर की महापौर रीटाबेन पटेल, ऊर्जा विभाग एवं जीयूवीएनएल से जुड़ी बिजली कंपनियों के उच्चाधिकारी, कर्मचारी, नवनियुक्त कनिष्ठ अभियंता एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय