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बिलासपुर, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने बिलासपुर जिले के अस्पतालों में डॉक्टर के नदारत रहने संबंधी मीडिया में छपी खबरों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए आज मंगलवार को कड़ी नाराजगी जाहिर की है। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि आधे से ज्यादा डॉक्टर गायब हैं, तो मरीज जाएगा कहां..? हाई कोर्ट ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव को नोटिस जारी कर शपथपत्र में जवाब मांगा है।
हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा और न्यायाधीश बिभु दत्त गुरु की युगलपीठ में इसे लेकर आज सुनवाई हुई। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने महाधिवक्ता से कहा गलत बात है, आधे से ज्यादा डॉक्टर गायब हैं, तो मरीज जाएगा कहां..? दरअसल 5 नवंबर के एक दैनिक अखबार में 503 में से 268 डॉक्टर करते हैं निजी प्रेक्टिस, इसलिए देर से आते हैं अस्पताल, मरीज परेशान के छपने को संज्ञान में लेते हुए कड़ी नाराजगी जाहिर की है। राज्य सरकार से पूछा गया कि इसको लेकर कोई गाइडलाइन है..? जिसका जवाब देते हुए महाधिवक्ता ने कहा कि गाइडलाइन बनाई गई है और नॉनप्रैक्टिस अलाउंस के नियम हैं। इसके बावजूद कि हुआ। जिस पर कोर्ट ने प्रदेश सरकार से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव के माध्यम से व्यक्तिगत शपथपत्र में जवाब मांगा है। अगली सुनवाई 13 नवंबर 2024 को रखी गई है।
(Udaipur Kiran) / Upendra Tripathi
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