छतरपुर, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य और महिला बाल विकास में चरम पर भर्राशाही का आलम है कलेक्टर की नाराजगी के बाद नाेटिश जारी किए गए हैं।साथ ही सीएस के विरूद्ध कार्यवाही हेतु शासन काे प्रस्ताव भेजन के निर्देश भी जारी किए गए है। कलेक्टर पार्थ जैसवाल की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में सीएमएचओ डॉ आरपी गुप्ता डीपीओ महिला बाल विकास राजीव सिंह, सिविल सर्जन जीएल अहिरवार बीएमओ, डीपीएम राजेन्द्र खरे, सीडीपीओ सहित जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में मातृत्व स्वास्थ्य प्रोग्राम एवं अनमोल पोर्टल, जननी सुरक्षा योजना, एमवायसीईएन प्रोजेक्ट, मिशन परिवार विकास, आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजनाए एनसीडीए हेल्थ वेलफेयर सेंटरए आशा प्रोग्राम, कायाकल्प लक्ष्य प्रोग्राम, सीएम हेल्पलाइन, लाड़ली लक्ष्मी योजना, वन स्टॉप सेंटर, बाल शिशु गृह, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद एवं कोविड 19 बाल सेवा योजना, पीएम मातृ वंदना योजना सहित अन्य बिन्दुओं की विस्तृत और सघन समीक्षा की गई। जिसमें गंभीर खामियां और लापरवाहियाें मिली हैं।
नौगांव में स्वास्थ्य सेवाएं निम्न स्तर पर नाराजगी व्यक्त कर सुधार करने के निर्देश, प्रथम एवं चतुर्थ एएनसी जांच ब्लॉकवार अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश देतु हुए कलेक्टर ने 10 दिनों में सही जानकारी अपडेट कर अवगत कराने स्वास्थ्य महकमें के सीएमएचओ डॉ आरपी गुप्ता डीपीओ महिला बाल विकास राजीव सिंह, सिविल सर्जन जीएल अहिरवार काे कडी फटकार लगाते हुए निर्देेश दिए है। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने जिले में संचालित जननी सुरक्षा एवं 108 एम्बुलेंसों की समीक्षा करते हुए एक महीने में कितने कॉल आए और एटेंड किए गए सहित जीपीएस लोकेशन की जानकारी भेजने व दुरस्थ क्षेत्रों में समय से एम्बुलेंस पहुंचने के लिए कहा गया है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य केन्द्रों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की समीक्षा की। इसके अलावा ग्राम अंनगौर अंतर्गत बीएमओ को दिए गए नोटिस के संबंध में की गई कार्यवाही का स्पष्टिकरण मांगा। कलेक्टर ने सीलोन स्वास्थ्य केन्द्र में सीसीटीवी लगाकर पालन प्रतिवेदन भेजने के निर्देश देते हुए कहा कि अगर स्टॉफ से कोई अवकाश पर जाता है तो तत्काल अन्य अधिकारी कर्मचारी को चार्ज दिया जाए। पार्थ जैसवाल ने विशेष रूप से बाजना और लखनगुवां स्वास्थ्य केन्द्र में सीएमएचओ को निरीक्षण कर व्यवस्थाओं और सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में साफ.सफाई में सुधार नहीं होने,जननी सुरक्षा योजना की राशि हितग्राही महिलाओं के खाते में नहीं पहुंचने एवं अनमोल पोर्टल में जानकारी अपडेट नही होने के संबंध में सिविल सर्जन के खिलाफ कार्यवाही के लिए शासन काे प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। साथ ही 10 दिनों में प्रगति सुधारने के निर्देश दिए। नौगांव बीएमओ को अनमोल पोर्टल और एचएमआईएस में एएनसी जांच का पंजीयन समान करने एवं हर विषय में कम प्रगति की जानकारी लिखित में भेजने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि प्रथम एएनसी जांच शत प्रतिशत रहे। साथ ही अनमोल पोर्टल में जानकारी ब्लॉकवार अपडेट दिखे। उन्होंने कहा पोषण टैकर और एचएमआईएस में पंजीयन की जानकारी अनमोल पोर्टल के समान रहे। उन्हाेंने बीएमओ और सीडीपीओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि ब्लॉक स्तर पर कार्यों में सुधार करें और समन्वय के साथ काम करें।
गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी से पहले और बाद में मिलने वाली जरूरी सेवाएं और लाभ समय से मिले। कलेक्टर ने पोषण टैकर की समीक्षा करते हुए महिला बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन ग्रामों में कम वजन के बच्चे जन्म ले रहे हैं उन ग्रामों में सर्वे करें और जांच करें की डिलेवरी के पहले गर्भवती महिलाओं की समय से जरूरी जांचे, आयरन फोलिक, पोषण आहार, टीएचआर सहित जरूरी उपचार एवं लाभ समय से मिला या नहीं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सीडीपीओ फील्ड पर विजिट करें। उन्होंने आशाओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यों की मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।
(Udaipur Kiran) / सौरव भटनागर