छतरपुर, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।श्री कृष्णा विश्वविद्यालय एवं लीगल एड क्लीनिक के द्वारा विश्वविद्यालय के सभागार में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डॉ संजय कुमार शर्मा ने कहा कि जैसा कि हम जानते हैं एक व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य एक स्वस्थ्य समाज और राष्ट्र को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। आप सभी को अपनी दैनिक दिनचर्या में व्यायाम और योग को विशेष महत्व देना चाहिए जिससे आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वास्थ्य होगें इसके साथ.साथ उन्होनें मानसिक विक्षिप्तता के बारे में भी विस्तार से बताया।
लीगल वोलंटियर ओमप्रकाश कुशवाहा ने विधिक सहायता के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि सुरक्षित स्वास्थ्य कार्य वातावरण मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक सुरक्षात्मक कारक के रूप में कार्य कर सकता है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पहली बार 10 अक्टूबर 1992 को विश्व मानसिक स्वास्थ्य महासंघ द्वारा आयोजित किया गया था जो एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है। विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ पुष्पेंद्र सिंह गौतम ने कहा कि मानसिक रूप से अस्वस्थ्य अथवा मानसिक अशक्ता से ग्रस्त व्यक्ति कलांकित लोग नही हैं। उनके साथ वैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए जैसा अन्य लोगों के साथ करते है। हर सम्भव हमें उनकी सहायता करनी चाहिए जब कोई व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य संकट में हो तो हम उसकी प्रेम से उचित देखभाल कर सकते है उसके साथ बिना किसी पूर्वाग्रह के रहने की कोशिश करें उन्हें एहसास दिलाये कि आप उनकी बात सुनने और उनकी मदद करने के लिए हमेशा उनके साथ हैं। ऐसे मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति की सहायता के लिए हम सदैव तत्पर हैं।
(Udaipur Kiran) / सौरव भटनागर