नैनीताल, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । निकाय चुनावों के लिये आपत्तियों के निस्तारण के बाद प्रदेश के निकायों में आरक्षण की स्थिति बदल गयी है। इसके साथ राजनीतिक समीकरण भी बदल गये हैं। नैनीताल जनपद के एकमात्र नगर निगम हल्द्वानी अब अन्य पिछड़ी जाति की जगह अनारक्षित हो गयी है और एक तरह से मैदान बड़े राजनीतिक संग्राम के लिये सबके लिये खुल गया है। वहीं नैनीताल नगर पालिका में अब तक अनुसूचित वर्ग के आरक्षण दिखाया गया था जबकि अब महिलाओं के लिये आरक्षण हो गया है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी से दावेदारी करने वाली पूर्व दायित्वधारी शांति मेहरा, जीवंती भट्ट, कविता गंगोला व ज्योति ढोंढियाल में से किसी की लॉटरी खुल सकती है तो कांग्रेस पार्टी से दो बार की सभासद सपना बिष्ट व डॉ. सरस्वती खेतवाल में से किसी को टिकट मिलना तय माना जा रहा है। हालांकि आरक्षण बदलने के बाद नामों की लंबी सूची सामने आ सकती है।
उधर भवाली को महिला की जगह अब अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित कर दिया गया है। जबकि भीमताल नगर पालिका अब अनुसूचित जाति की महिला के लिये व कालाढुंगी महिला के लिये आरक्षित हो गयी है। वहीं जनपद की एकमात्र अनारक्षित नगर पालिका रामनगर होगी। वहीं नगर पंचायतों की बात करें तो जनपद की एकमात्र नगर पंचायत लालकुआं अन्य पिछड़ी जाति के लिये आरक्षित हो गयी है। हालांकि अभी भी उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी राज्य की किच्छा नगर पालिका के लिये आरक्षण की घोषणा नहीं की गयी है। ऐसे में लोग अभी भी खासकर नगर पालिकाओं के आरक्षण में बदलाव की आशंका जता रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी