चंदेरी, 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केन बेतवा लिंक परियोजना के उद्घाटन के लिए 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश के खजुराहो आ रहे हैं। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के 9 जिले तथा मध्य प्रदेश के 8 जिले लाभान्वित होंगे किंतु चंदेरी के निकट बेतवा नदी पर बना राजघाट बांध जो मध्य प्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा पर लगभग 24 वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो चुका था। जिससे मिलने वाले लाभ दोनों प्रदेशों की सरकारों को मिल रहा है, किंतु इस बांध का आज तक विधिवत लोकार्पण राष्ट्र के नाम समर्पित न होना अपने आप में गहन चिंता का विषय है।
विचारणीय बात तो यह है कि इस बांध के लोकार्पण के लिए दोनों प्रदेशों की सरकारे सहित बेतवा रिवर बोर्ड एवं केंद्र सरकार एक दूसरे पर इसकी जिम्मेदारी का ठीकरा फोड़ रही है।
चंदेरी के निकट राजघाट बांध (महारानी लक्ष्मीबाई सागर परियोजना) जो मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश राज्य सरकारों का संयुक्त उपक्रम है, इसका आज दिनांक तक लोकार्पण एवं सौंदर्यकरण नहीं कराया गया है,जबकि यह राजघाट बांध वर्ष 1999 -2000 में पूर्ण हो गया था और वर्ष 2005 से यह विधिवत अपने संपूर्ण क्षमता के साथ बिजली उत्पादन यूनिट संचालित करते हुए कार्य रूप में है, परंतु इसका दोनों राज्यों के द्वारा लोकार्पण कराए जाने के संबंध में प्रस्ताव अभी तक जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार को नहीं भेजा गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि बेतवा नदी परिषद की 15वीं विशेष बैठक दिनांक 30 अप्रैल 2015 में यह तय किया गया था कि दोनों राज्य सरकार लोकार्पण एवं सौंदर्यकरण के लिए प्रस्ताव तैयार कर जल शक्ति मंत्रालय को प्रस्तुत करेंगे इस पर दोनों राज्यों ने अपनी सहमति भी दी थी ।
इसके पश्चात 5 अगस्त 2019 को जल शक्ति मंत्रालय के उप सचिव सुब्रत के बसु द्वारा पत्र क्रमांक 1588 जारी कर उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के प्रमुख सचिवों को पत्र लिखा था और बेतवा नदी परिषद की दिनांक 30 अप्रैल 2015 में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के बारे में अवगत करा कर यह सूचित किया था की मीटिंग के एजेंडा क्रमांक ए -112 के तहत राजघाट बांध का लोकार्पण किया जाना है, इसके लिए प्रस्ताव भेजें. परंतु आज दिनांक तक दोनों ही राज्य सरकारों ने लोकार्पण के लिए कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है।
वर्ष 2012 से चंदेरी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता डॉ योगेश मिश्रा राजघाट बांध के लोकार्पण के लिए निरंतर पत्र व्यवहार कर रहे हैं प्रधानमंत्री कार्यालय, जल शक्ति मंत्रालय से एवं दोनों ही राज्य सरकारों से पत्र व्यवहार अभी भी जारी हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में दिनांक 27 सितंबर 2024 को गुना शिवपुरी अशोक नगर के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा डॉक्टर योगेश मिश्रा के पत्र का हवाला देते हुए जल शक्ति मंत्री भारत सरकार र पाटील को राजघाट बांध के लोकार्पण किया जाने के संबंध में अपना अनुशंसा पत्र भेजा था, जिसके पश्चात केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पत्र पर जल शक्ति मंत्रालय ने सचिव बेतवा रिवर बोर्ड नंदनपुरा झांसी को पत्र भेज कर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पत्र के संबंध में अध्यतन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए लिखा था।
जिस पर 21 नवंबर 2024 को पत्र क्रमांक 204 से उपनिदेशक वेदवा नदी परिषद झांसी द्वारा जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार को यह अवगत कराया गया है की दोनों ही भागीदार राज्यों के प्रमुख सचिव द्वारा दिनांक 5 अगस्त 2019 के पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की है बेतवा नदी परिषद को दोनों राज्य सरकारों से अभी तक कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं है। इस प्रकार राजघाट बांध का लोकार्पण आज दिनांक तक नहीं हो पा रहा है ।
हिन्दुस्थान समाचार/निर्मल
(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा