जम्मू, 25 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी.के पोल ने मतदान के दिन नौशेरा, दरहाल, राजौरी, कालाकोट और थनामंडी सहित जिले के सभी पांच निर्वाचन क्षेत्रों में सुचारू मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए राजौरी का दौरा किया। जिला निर्वाचन अधिकारी राजौरी, अभिषेक शर्मा ने सीईओ को जिले में मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी पांच निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की उच्च भागीदारी देखी गई और किसी भी बड़ी घटना की कोई रिपोर्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं की सुविधा सुनिश्चित करने और मतदान केंद्रों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
पी.के. पोल ने जिले के नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया, जो मतदान गतिविधियों के समन्वय और किसी भी उभरते मुद्दे को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सीईओ ने सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में कई मतदान केंद्रों की स्थिति की यादृच्छिक जांच करने के लिए वेबकासिं्टग प्रणाली का उपयोग किया। इस डिजिटल निगरानी ने उन्हें भौतिक निरीक्षण की आवश्यकता के बिना मतदान कर्मचारियों के व्यवहार, पारदर्शिता और समग्र सुरक्षा व्यवस्था का आकलन करने की अनुमति दी। वेबकासिं्टग के माध्यम से, विभिन्न मतदान केंद्रों, विशेष रूप से दूर-दराज और दूरदराज के इलाकों के वास्तविक समय के फुटेज की समीक्षा की गई, जिससे चुनाव के दिन की गतिविधियों की एक व्यापक तस्वीर उपलब्ध हुई।
नियंत्रण कक्ष के कर्मचारियों के साथ बातचीत में, पी.के. पोल ने प्रौद्योगिकी-संचालित दृष्टिकोण की सराहना की जिसने मतदान केंद्रों की दूरस्थ निगरानी को सक्षम किया। उन्होंने कहा कि “वेबकासिं्टग जैसी प्रौद्योगिकी का उपयोग यह सुनिश्चित करता है कि चुनाव अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ आयोजित किए जाएं। यह हमें मतदान गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने की अनुमति देता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि चुनावी प्रक्रिया स्वतंत्र, निष्पक्ष और सुचारू हों।“
उन्होंने जिले के विविध इलाकों में चुनाव प्रक्रिया के सफलतापूर्वक प्रबंधन के लिए डीईओ अभिषेक शर्मा के नेतृत्व में जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए दिव्यांग व्यक्तियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए की गई विशेष व्यवस्था की भी सराहना की। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की भी सराहना की गई। पी.के. पोल ने आदर्श आचार संहिता का पालन करने और यह सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया कि प्रत्येक पात्र मतदाता किसी भी अनुचित प्रभाव या बाधा का सामना किए बिना अपने मताधिकार का प्रयोग करे।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा