
धर्मशाला, 28 मई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय ने बुधवार को एनआईआईटी फाउंडेशन दिल्ली के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जिसका उद्देश्य छात्रों को निःशुल्क कौशल विकास पाठ्यक्रम प्रदान करना और उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसरों से जोड़ना है। इस अवसर पर प्राध्यापकों के लिए एक फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने इस पहल को छात्रों के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि सीयू छात्रों को केवल शिक्षा प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के लिए भी तैयार कर रहा है। इसी कड़ी में एनआईआईटी फाउंडेशन के सहयोग से छात्रों को विभिन्न कौशल विकास पाठ्यक्रम करवाए जाएंगे।
बुधवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश और प्रदेश के विभिन्न प्राध्यापकों के लिए एक यूथ स्किल प्रोग्राम कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें उन्हें इन कोर्सेज को छात्रों के बीच प्रभावी ढंग से ले जाने के तरीकों के बारे में बताया गया।
प्रोफेसर बंसल ने बताया कि इन कोर्सों में छात्रों की आईटी स्किल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एमएस ऑफिस, डिजिटल मार्केटिंग, इंटरव्यू की तैयारी, सॉफ्ट स्किल, एडवांस एक्सेल सहित अन्य समग्र विकास के पाठ्यक्रम शामिल होंगे। ये पाठ्यक्रम 15 दिन से एक माह तक की अवधि के होंगे, जिन्हें छात्र अपनी पढ़ाई के साथ-साथ भी कर सकते हैं।
इस साझेदारी का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि एनआईआईटी फाउंडेशन इन कोर्सों को पूरा करने वाले छात्रों के लिए विभिन्न कंपनियों के साथ संपर्क स्थापित कर प्लेसमेंट की सुविधा भी प्रदान करेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुमन शर्मा ने एनआईआईटी फाउंडेशन के साथ मिलकर छात्रों के करियर के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम करने का सुझाव दिया और भविष्य में भी प्राध्यापकों के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
