सोनीपत, 6 नवंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वैज्ञानिक डॉ. रिया सोनी और सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा
ने महमूदपुर, मातंड, दोदवा और जौली गांवों का दौरा कर फसल अवशेष प्रबंधन की स्थिति
का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महमूदपुर गांव के खेतों में चल रहे राउंड बेलर
मशीन का भी मुआयना किया।
डॉ. रिया ने किसानों से बातचीत कर फसल अवशेष प्रबंधन के महत्व
पर जागरूक किया। सहायक
कृषि अभियंता नवीन हुड्डा ने बताया कि जिले में लगभग 90 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान
की फसल उगाई गई थी और अब अधिकांश क्षेत्रों में कटाई जारी है। फसल अवशेषों में आगजनी
रोकने के लिए कृषि विभाग ने सैटेलाइट से निगरानी और क्षेत्रीय टीमों का गठन किया है।
ये टीमें आगजनी की सूचना मिलते ही भौतिक सत्यापन के लिए मौके पर पहुंचती हैं।
हुड्डा
ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सैटेलाइट से दोदवा और महमूदपुर गांवों
में आगजनी की लोकेशन प्राप्त हुई थी, लेकिन भौतिक सत्यापन के दौरान ये गलत पाई गई।
रिपोर्ट के अनुसार, फसल अवशेष जलने का कोई प्रमाण नहीं मिला और इसे मुख्यालय भेजा
गया है। जहां आगजनी होती है, वहां विभागीय कार्रवाई की जाती है और नियम तोड़ने वाले
किसानों पर सख्त कदम उठाए जाते हैं। इस निरीक्षण
से पहले अतिरिक्त सहायक कृषि अभियंता ने गोहाना सब डिवीजन के अधिकारियों और केंद्रीय
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ फसल अवशेषों के प्रबंधन पर बैठक भी की।
—————
(Udaipur Kiran) परवाना