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डीएनटी के लिए सतत आजीविका तक पहुंच बढ़ाने पर है केन्द्र सरकार का फोकस – डॉ वीरेन्द्र कुमार 

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री (एसजेएंडई), डॉ. वीरेंद्र कुमार ने गुरुवार को नई दिल्ली में डी-नोटिफाइड, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों (डीएनटी) के कल्याण  के लिए बैठक की अध्यक्षता करतेहुए ।

नई दिल्ली, 02 जनवरी (Udaipur Kiran) । केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री (एसजेएंडई) डॉ वीरेंद्र कुमार ने गुरुवार को नई दिल्ली में डी-नोटिफाइड, घुमंतू और अर्ध-घुमंतू समुदायों (डीएनटी) के कल्याण और विकास पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण हितधारक बैठक की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले के साथ-साथ सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग (डीओएसजेई) के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने डीएनटी समुदायों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और सतत आजीविका तक पहुंच बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार डीएनटी समुदाय के विकास और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

गुरुवार को मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बैठक में डीएनटी समुदायों के उत्थान के लिए राज्यों में कार्यान्वित की गई अभिनव पहलों और सफल प्रथाओं को प्रदर्शित किया गया। महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु की सरकारों के प्रतिनिधियों ने इन समुदायों के सामने आने वाली अनूठी चुनौतियों का समाधान करने और उनके समग्र विकास को आगे बढ़ाने के लिए अपनी रणनीतियों और समाधानों को साझा किया।

इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारियों ने महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की। इसके अतिरिक्त, 14 भागीदार एजेंसियों के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम और देश भर के राज्य-स्तरीय डीएनटी संघों के सदस्य बैठक में उपस्थित रहे।

चर्चाओं ने डीएनटी समुदायों के कल्याण के उद्देश्य से चल रहे प्रयासों को मजबूत करने के लिए ज्ञान साझा करने और आपसी सीखने के महत्व को रेखांकित किया। बैठक में समावेशी विकास के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई, यह सुनिश्चित करने के लिए सहयोगी साझेदारी की आवश्यकता पर बल दिया गया कि कोई भी समुदाय पीछे न छूटे।

डीएनटी समुदायों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और स्थायी आजीविका तक पहुंच बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया। चर्चाओं में हाशिए पर पड़े समूहों तक सरकारी योजनाओं को कुशलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से पहुंचाने में प्रौद्योगिकी और डिजिटल प्लेटफॉर्म की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया।

कार्यक्रम का समापन डीएनटी समुदायों की क्षमता को अनलॉक करने और एक न्यायसंगत, प्रभावशाली भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अभिनव दृष्टिकोण अपनाने के सामूहिक संकल्प के साथ हुआ।

(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी

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