पटना, 08 मार्च (Udaipur Kiran) । बिहार में राष्ट्रीय राजमार्गों के अपग्रेड की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने एनएच-327 ई के परसरमा-अररिया खंड के अपग्रेड को मंजूरी दे दी है। परियोजना के तहत 111.82 किलोमीटर लंबे एनएच-327ई के परसरमा-अररिया खंड को दो लेन पेव्ड शोल्डर के रूप में विकसित किया जाएगा ।
प्रदेश के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने देर शाम पत्रकार वार्ता में परियोजना की जानकारी देते हुए कहा कि एनएच-327ई के अपग्रेड से क्षेत्र में भारी यातायात के दबाव को कम किया जा सकेगा। घनी आबादी वाले क्षेत्रों से भारी वाहनों को डायवर्ट करते हुए सुगम यातायात सुनिश्चित किया जाएगा । उक्त परियोजना को भविष्य की यातायात आवश्यकताओं और नियोजित शहरी विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। मंत्री ने इस परियोजना की मंजूरी के लिए केंद्र सरकार का आभार भी व्यक्त किया।
मंत्री द्वारा बताया गया कि उक्त परियोजना के निर्माण की कुल लागत 1,979.51 करोड़ निर्धारित की गई है। इसके अंतर्गत 24.60 किलोमीटर बाईपास, 12.18 किलोमीटर रिअलाइनमेंट और 75.04 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण एवं सुधार का कार्य किया जाएगा। परियोजना अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों के अनुसार 24 मीटर, 30 मीटर, 32.5 मीटर और 45 मीटर का मार्गाधिकार तय किया गया है। वर्तमान में उक्त राजमार्ग का मार्गाधिकार 15-30 मीटर है।
मंत्री नवीन ने कहा कि उक्त परियोजना के सड़क की डिज़ाइन गति 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी, जिससे यात्रियों को तेज और सुगम सफर का अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, परियोजना अंतर्गत 2 फ्लाईओवर, 2 वीयूपी (अंडरपास) और 2 रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण भी प्रस्तावित है ।
पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि रियोजना के पूर्ण होने के उपरांत सुपौल, पिपरा, त्रिवेणीगंज और रानीगंज जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में यातायात का दबाव कम होगा और भारी वाहनों को बाईपास के माध्यम से डायवर्ट किया जा सकेगा। इससे स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित और बाधारहित यात्रा का लाभ मिलेगा। बाईपास निर्माण एवं सड़क चौड़ीकरण से शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम और वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
