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केंद्र ने फेरो स्क्रैप निगम को 320 करोड़ रुपये में बेचने के प्रस्ताव को दी मंजूरी

फेरो स्क्रैप निगम के लोगो का फाइल फोटो

-एफएसएनएल को जापान की कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी को बेचने की मंजूरी दी

नई दिल्ली, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्र सरकार ने फेरो स्क्रैप निगम (एफएसएनएल) को जापान की मेसर्स कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड को 320 करोड़ रुपये में बेचने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। सरकार ने मेसर्स कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड को एमएसटीसी की 100 फीसदी सहायक कंपनी एफएसएनएल के विनिवेश के लिए रणनीतिक खरीदार के रूप में मंजूरी दी है।

वित्‍त मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने एफएसएनएल को मेसर्स कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड को बेचने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी है। इस समिति में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी शामिल हैं।

मंत्रालय ने कहा कि आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने प्रबंधन नियंत्रण के हस्तांतरण के साथ-साथ फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड में एमएसटीसी लिमिटेड की 100 फीसदी इक्विटी शेयरहोल्डिंग की बिक्री के लिए मेसर्स कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड की 320 करोड़ रुपये की उच्चतम बोली को मंजूरी दी गई है। सरकार को कंपनी के लिए तकनीकी रूप से दो पात्र वित्तीय बोलियां मिली थीं।

मंत्रालय ने कहा कि कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड की बोली, लेन-देन सलाहकार और परिसंपत्ति मूल्यांकक द्वारा किए गए मूल्यांकन के आधार पर सरकार द्वारा निर्धारित 262 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य से ज्‍यादा थी। कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड द्वारा 320 करोड़ रुपये की बोली लगाई गई, जो दोनों बोलियों में सबसे अधिक और आरक्षित मूल्य से भी ज्‍यादा थी। दूसरी बोली इंडिक जियो रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड (चंदन स्टील लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी) की थी।

सीसीईए ने अक्टूबर, 2016 में फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड में एमएसटीसी लिमिटेड की संपूर्ण इक्विटी शेयरहोल्डिंग के रणनीतिक विनिवेश के लिए ‘सैद्धांतिक’ मंजूरी दी थी, जिसे दो-चरणीय नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से पहचाने जाने वाले रणनीतिक खरीदार को दिया जाना था। कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध जापानी कंपनी है।

उल्‍लेखनीय है कि एफएसएनएल, इस्पात मंत्रालय (एमओएस) के तहत एमएसटीसी लिमिटेड की 100 फीसदी सहायक कंपनी है, जिसे 28 मार्च, 1979 को इस्पात मिल सेवाएं प्रदान करने के लिए शामिल किया गया था। एफएसएनएल विभिन्न इस्पात संयंत्रों में लौह और इस्पात निर्माण के दौरान उत्पन्न स्लैग और रिफ्यूज से स्क्रैप की रिकवरी और प्रसंस्करण में माहिर कंपनी है।

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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

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