
जम्मू, 15 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के अंग्रेजी विभाग ने महिला लेखकों और उनके साहित्यिक योगदान का जश्न मनाते हुए एक स्मरणीय लेखन श्रृंखला का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य साहित्य और समाज पर महिला लेखकों के प्रभाव को उजागर करना था, बौद्धिक और सांस्कृतिक विमर्श को आकार देने में उनकी भूमिका को स्वीकार करना था।
इस पहल के हिस्से के रूप में एक साहित्यिक चर्चा-सह-प्रदर्शन आयोजित किया गया जिसमें पश्चिमी और भारतीय साहित्यिक विचारों के प्रतिच्छेदन की खोज की गई जिसमें नारीवादी लेखकों पर विशेष जोर दिया गया। संकाय सदस्यों और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, महिलाओं के साहित्यिक योगदान के महत्व पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। छात्रों द्वारा एक नाट्य प्रदर्शन ने कार्यक्रम में एक रचनात्मक आयाम जोड़ा, जिसमें आकर्षक कथाओं और सम्मोहक प्रदर्शनों के माध्यम से नारीवादी साहित्य के विषयों को जीवंत किया गया।
अंग्रेजी विभाग के प्रमुख और कार्यक्रम के संयोजक डॉ. के. राजेश ने शिक्षा और जीवन दोनों में चरित्र निर्माण और समय प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. नीना गुप्ता, डॉ. राज ठाकुर, डॉ. मिर्जा अहमद अफजल फारूक और डॉ. परवीन सहित संकाय सदस्यों ने चर्चा में महत्वपूर्ण योगदान दिया जबकि छात्रों ने नई अंतर्दृष्टि और रचनात्मक अभिव्यक्तियों के साथ संवाद को समृद्ध किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
