
भागलपुर, 30 मार्च (Udaipur Kiran) । भागलपुर में रविवार शाम ईद का चाँद नजर आते ही मोमिनों में खुशी दिखी। चाँद के दीदार के साथ ही मुसलमानों ने रमज़ान के रोज़े खुशी और भक्ति भाव से पूरा होने पर अल्लाह का शुक्र अदा किया और ईद की खुशियों में मग्न हो गए। इस मौके पर ख़ानक़ाह पीर दमड़िया शाह के सज्जादानशीन मौलाना सैयद शाह फखरे आलम हसन ने उम्मत-ए-मुस्लिमा को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि अल्लाह के फज़ल और रहमत से ईमान वालों ने सब्र और इस्तेक़ामत (धैर्य और दृढ़ता) के साथ पूरे महीने रोज़े रखे, अल्लाह के हुक्मों का पालन किया और पैगंबर-ए-इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफा की सुन्नतों के मुताबिक इबादत में लगे रहे। रमज़ान की रातों को तरावीह, तहज्जुद, ज़िक्र और अज़कार, दुआ और इस्तग़फार में व्यस्त रहकर अल्लाह की रज़ा (प्रसन्नता) हासिल करने की कोशिश की और लगातार तीस दिनों की इस आत्मिक साधना के बाद अल्लाह तआला ने उम्मत-ए-मुस्लिमा को ईद की खुशियाँ अता कीं।
उन्होंने कहा कि हमें चाहिए कि प्यार, भाईचारे और सौहार्द के साथ ईद की खुशियों में अपने रिश्तेदारों, पड़ोसियों और खास तौर पर बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को जरूर शामिल करें। अगर दिल में किसी के लिए कोई शिकवा, नाराज़गी या गिला है तो उसे दूर कर स्नेह और अपनत्व के साथ एक-दूसरे को गले लगाएँ, करीब आएँ और आगे की ज़िन्दगी को अल्लाह के हुक्मों के मुताबिक, उसके बंदों के साथ प्रेम, भलाई और अच्छे आचरण के साथ गुजारने का संकल्प लें।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
