
जयपुर, 17 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । झोटवाड़ा थाना पुलिस ने कैश कलेक्शन एजेंट से लूटपाट करने के मामले तीन बदमाशों को दबोच लिया है। लूटपाट के मास्टर माइंड ने फ्लिपकार्ट कंपनी के काम करने वाले अपने दोस्त के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई और फिर किराए की कार से वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद मास्टर माइंड पाप धोने के लिए मंदिर दर्शन पर निकल गया था। पुलिस टीमें फरार साथी बदमाशों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम आलोक सिंघल ने बताया कि झोटवाड़ा थाना पुलिस ने कैश कलेक्शन एजेंट से लूटपाट करने के मामले विजय सेन (18) पुत्र रामावतार सेन निवासी उनियारा जिला टोंक हाल करनी पैलेस करणी विहार,राजेन्द्र रावत (20) पुत्र लादू सिंह निवासी भीम राजसमंद हाल वासुदेवपुरी झोटवाड़ा और राजेन्द्र उर्फ राजवीर उर्फ राज (24) पुत्र महावीर सिंह निवासी फतेहपुर सदर सीकर हाल भुवनेश्वर वाटिका करणी विहार को गिरफ्तार किया है। जबकि राजेन्द्र सिंह का पैर टूटने पर उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया कि लूट का मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह है। उसका दोस्त राजेन्द्र रावत फ्लिपकार्ट कंपनी में नौकरी करता है। कुछ समय पहले राजेन्द्र सिंह व उसका दोस्त राजेन्द्र रावत मिले। कर्ज को लेकर बातचीत के दौरान फ्लिपकार्ट कंपनी के वर्कर राजेन्द्र रावत ने राजेन्द्र सिंह को कैश कलेक्शन एजेंट के लाखों रुपये लेकर जाने के बारे में बताया। बातचीत के दौरान ही राजेन्द्र सिंह ने दोस्त राजेन्द्र रावत के साथ मिलकर लूट का प्लान बनाया। राजेंद्र सिंह ने प्लानिंग के तहत डकैती में शामिल साथियों की व्यवस्था की। राजेंद्र रावत को कॉल कर कैश कलेक्शन एजेंट के आने-जाने के बारे में बताने के लिए कहा। प्लान के तहत 14 फरवरी को राजेन्द्र सिंह ने अपने गांव के पते पर वैशाली नगर से किराए पर कार ली। तीन-चार साथियों के साथ किराए की कार में बैठकर वारदात स्थल के इधर-उधर घूमते रहे। फ्लिपकार्ट कंपनी में मौजूद साथी वर्कर राजेन्द्र रावत ने कैश कलेक्शन एजेंट पीयूष अग्रवाल (45) के ऑफिस आने-जाने की सूचना दी। 14 फ रवरी की सुबह बाइक पर बैठकर निकलते समय ही पीयूष अग्रवाल पर कार से आए बदमाशों ने पिस्तौल तान दी। फिर डंडो से पीटना शुरू कर दिया। करीब 5 लाख रुपये से भरा बैग छीनकर कार में बैठकर बदमाश फरार हो गए। फुटेजों के आधार पर पीछा करते हुए पुलिस वैशाली नगर किराए की कार डीलर तक जा पहुंची। किराए कार को जब्त कर जानकारी लेने पर मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह का नाम सामने आया। इस घटना के बाद टीम बनाई गई। टीम की जांच में सामने आया कि वारदात के बाद किराए की कार को वापस जमा करवाकर राजेन्द्र सिंह अपने घर आया। मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह अपने पत्नी को लेकर मकान के लॉक लगाकर घूमने निकल गया। संदिग्ध राजेन्द्र सिंह की तलाश में पुलिस टीमें दबिश देते हुए उसके करणी विहार स्थित घर तक पहुंच गई। मकान लॉक मिलने पर उसे ट्रेस आउट करने में जुट गई। वहीं वापस लौटते ही पुलिस ने दबिश देकर उसको पकड़ा। पुलिस से बचकर भागने के दौरान गड्ढे में गिरकर उसका पैर टूट गया। पुलिस ने घायल राजेन्द्र सिंह को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया। मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह से प्रथमदृष्टया पूछताछ में सामने आया कि वह पाप धोने के लिए मंदिरों के दर्शन करने पत्नी के साथ चला गया था। राजेन्द्र सिंह से पूछताछ कर डकैती में शामिल बदमाश विजय सेन और राजेन्द्र रावत को दबिश देकर पकड़ा गया। गौरतलब है कि 14 फरवरी की सुबह कैश कलेक्शन एजेंट पीयूष अग्रवाल (45) कमानी चौराहा स्थित फ्लिपकार्ट कंपनी के ऑफिस से कैश कलेक्शन के लिए गया था। कैश लेकर निकलते समय उसके बैग में 5 लाख रुपये रखे थे। कार से चार-पांच नकाबपोश बदमाशों ने पीयूष को लूट लिया था।
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(Udaipur Kiran)
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