CRIME

जुआ फड़ से 41 लाख रुपये लूटने वाले निलंबित निरीक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज

—जुआ के फड़ से व्यापारियों को धमका कर रुपये समेट लिया था, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर साधा था निशाना

वाराणसी, 15 नवम्बर (Udaipur Kiran) । सारनाथ थाना क्षेत्र के पहड़िया स्थित रूद्रा हाइट्स अपार्टमेंट में जुआ के फड़ से 41 लाख से अधिक रुपये लेकर भागने के मामले में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने सख्त रुख अपनाया है। उनके निर्देश पर पूरे प्रकरण की जांच डीसीपी वरुणा जोन को सौंपी गई है। इस मामले में सारनाथ थाने के निलंबित प्रभारी परम हंस गुप्ता व उसके साथी धर्मेंद्र कुमार चौबे के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है।

यह मुकदमा सारनाथ थानाध्यक्ष विवेक त्रिपाठी की तहरीर पर दर्ज किया गया है। इस मुकदमें में अन्य अज्ञात भी आरोपित बनाए गए हैं। इनमें अपार्टमेंट के स्वामी और जुआ खेलने वाले व्यापारी शामिल हैं। उधर, आरोपित निलंबित इंस्पेक्टर परम हंस गुप्ता को अपर पुलिस महानिदेशक (स्थापना) के आदेश से लखनऊ स्थित सीबीसीआईडी के मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। इंस्पेक्टर को संबद्ध किए जाने का पत्र मिलने पर सोशल मीडिया में इसको लेकर तरह—तरह की चर्चा हो रही है।

गौरतलब हो कि सारनाथ पहड़िया स्थित रूद्रा हाइट्स अपार्टमेंट में गत सात नवंबर की आधी रात बाद एक वर्दीधारी इंस्पेक्टर अपने एक दोस्त के साथ पहुंचा था। गार्ड को वर्दीधारी इंस्पेक्टर के साथ आए युवक ने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताया। आरोप है कि दोनों अपार्टमेंट स्थित उस फ्लैट में पहुंचे जहां व्यापारी जुआ खेल रहे थे। दोनों ने जुआड़ी व्यापारियों को कानूनी कार्रवाई की धमकी देकर फड़ पर रखे 41 लाख रुपये को दो बैग में रख ​वहां से निकल गए। चर्चा है कि इससे भी अधिक रुपये थे। अपार्टमेंट से बाहर निकलते हुए दोनों की तस्वीरें सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गईं। इसमें युवक के हाथ में नोटों से भरा बैग भी दिखा। इसका फुटेज वायरल होते ही पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने मामले को स्वत: संज्ञान लेकर इंस्पेक्टर सारनाथ परम हंस गुप्ता को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही पूरे प्रकरण की जांच डीसीपी वरुणा जोन को सौंपी। इसी मामले में निलंबित इंस्पेक्टर परम हंस गुप्ता और चौबेपुर छितमपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार चौबे के खिलाफ लूट सहित अन्य आरोपों में सारनाथ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया के जरिए सीधे सरकार पर निशाना साधा था।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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