
जयपुर, 28 मई (Udaipur Kiran) । पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आराेप लगाया कि सीतापुरा में केमिकल के टैंक में उतारे गए चार मजदूरों की दम घुटने से मौत के बाद राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने बिना पोस्टमार्टम किये जल्दी बाजी में शवों को उनके पैतृक गांव रवाना कर दिया। पुलिस और राज्य सरकार की मिलीभगत से पूरे मामले को दबा दिया गया । दुख और आश्चर्य है कि चार गरीब मजदूर दम घुटकर एक फैक्ट्री में मर जाते हैं कोई मुआवजा नहीं दिया जाता। मुख्यमंत्री की विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में इतनी दुखद घटना होने के बाद भी राज्य सरकार का कोई भी प्रतिनिधि फैक्ट्री में नहीं पहुंचता। पुलिस मजदूरों को मुआवजा दिलाने की बजाय फैक्ट्री प्रबंधन को बचाने में लग गई। पूरे मामले को दबा दिया गया। सीतापुरा की फैक्ट्री में हजारों मजदूर काम करते हैं, यदि राज्य की भाजपा सरकार इसी तरह से दम घुटकर करने के लिए मजदूरों को छोड़ देगी तो लोगों का कानून और सरकार से भरोसा उठ जाएगा।
खाचरियावास ने बुधवार काे एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि इस सारे मामले में कांग्रेस चुप नहीं रहेगी। मजदूरों की दम घुटने से मौत हुई है कानून कायदों का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया है। पुलिस की मिली भगत से सारे मामले को दबाया गया है । राज्य सरकार मूकदर्शक बनकर देख रही है। यदि इस मामले में सख्त कार्रवाई करके मजदूरों के साथ न्याय नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में किसी भी फैक्ट्री में कोई भी मजदूर सुरक्षित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में सभी कानूनी कदम उठाए जाएंगे और कांग्रेस मजदूरों की आवाज बुलंद करके राज्य सरकार और पुलिस को मजबूर करेगी कि इस मामले में सख्त कार्रवाई करके मजदूरों को एक-एक करोड रुपए मुआवजा राज्य सरकार फैक्ट्री मालिकों से दिलवाएं और मजदूरों की भविष्य में सुरक्षा के लिए सभी तरह के सख्त कदम उठाए जाएं जिससे मजदूर दम घुटकर मरने से बच सके।
—————
(Udaipur Kiran)
