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छत्तीसगढ़ के सूरजपुर स्वास्थ्य विभाग में 83.21 लाख रुपये का घोटाला, सीएमएचओ समेत पांच पर केस दर्ज

पूर्व सीएमएचओ डॉ. रनसाय सिंह, पूर्व लिपिक जेम्स बेक सहित 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है।

सूरजपुर, 11 मई (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है। जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाली कंपनी के बजाय उसके हुबहू नाम वाली कंपनी को 83 लाख 21 हजार रुपये भुगतान कर दिया गया। मामले के उजागर होने और

शिकायत के बाद सूरजपुर कोतवाली ने तत्कालीन सीएमएचओ, तीन कर्मचारी और भुगतान प्राप्त करने वाली कंपनी के संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुट गई है।

रायपुर में संचालित फर्म यूनिक इंडिया कंपनी के संचालक जयंत चौधरी ने सरगुजा आईजी से शिकायत की थी कि सीएमएचओ सूरजपुर ने जेम ऑनलाइन पोर्टल पर एमजीपीएस संयंत्र स्थापित करने के लिए ऑनलाइन टेंडर निकाला था। उसकी यूनिक इंडिया कंपनी को 13 सितंबर 2021 को 83 लाख 21 हजार रुपये में संयंत्र लगाने का टेंडर मिला और कांट्रेक्ट के बाद कार्यादेश जारी किया गया। इसके बाद उन्होंने तय समय पर अपना

काम पूरा कर भी दिया था।

शिकायतकर्ता जयंत चौधरी ने बताया कि उन्होंने संयंत्र स्थापना का काम पूरा करने के बाद जब भुगतान के लिए सीएमएचओ और लेखापाल मिले

तो दोनों अधिकारी उन्हें घुमाते रहे। इसके बाद जब सूरजपुर सीएमएचओ के पद पर डॉ. कपिल देव पैकरा की नियुक्ति हुई, तो उन्होंने भुगतान के लिए डॉ. पैकरा से भी संपर्क किया। इससे नाराज होकर सीएमएचओ डॉ. कपिल ने ऑनलाइन पोर्टल पर उनके कांट्रेक्ट को निरस्त करने के लिए संस्तुति करना चाहा तो इससे पता चला कि यह काम पूरा हो चुका है और कांट्रेक्ट की पूरी राशि का भुगतान आवेदक के फर्म को कर दिया गया है।

जब जयंत चौधरी को भुगतान होने की जानकारी मिली तो उन्होंने इसके बारे में पता किया तो उन्हें मालूम चला कि कांट्रेक्ट की राशि 83 लाख 21 हजार रुपये दंतेवाड़ा की यूनिक इंडिया कंपनी को कर दी गयी है, जो आशीष कुमार बोरा के नाम पर रजिस्टर्ड है। इस फर्म को 5 जनवरी 2022 राशि 50 लाख रुपए और 31 जनवरी 2022 को 31 लाख 85 हजार 881 रुपये समेत कुल 81 लाख 85 हजार 881 रुपये का भुगतान किया गया।

हैरानी की बात यह है कि जिस फर्म को उक्त संयत्र की स्थापना का भुगतान किया गया है, वह काम की पूर्णता अवधि तक अस्तित्व में नहीं थी। यूनिक इंडिया कंपनी, दंतेवाड़ा का जीएसटी पंजीयन 08 दिसंबर 2021 को किया गया था, तब तक संयत्र का कार्य पूर्ण हो चुका था।

शिकायतकर्ता जयंत चौधरी ने बताया कि सूरजपुर सीएमएचओ के पद पर डॉ. रनसाय सिंह के स्थान पर डॉ. कपिल देव पैकरा की नियुक्ति हुई तो उन्होंने भुगतान की जानकारी मांगी। तब डॉ. कपिल देव पैकरा ने उन्हें बताया कि भुगतान दूसरी कंपनी को हो गया है। उन्होंने सही फर्म को भुगतान कराने का आश्वासन दिया, लेकिन भुगतान नहीं हो सका था।

तब इस मामले में यूनिक इंडिया कंपनी रायपुर के संचालक जयंत चौधरी ने तत्कालीन सीएमएचओ सूरजपुर डॉ. रनसाय सिंह, सूरजपुर, आशीष कुमार बोरा, संचालक यूनिक इंडिया कंपनी, दंतेवाड़ा, सेवानिवृत्त लेखापाल विजय सिन्हा, जेम्स कुमार बेक, सहायक ग्रेड 2, सकिरन दास, फार्मासिस्ट के खिलाफ फर्जी तरीके से दूसरी फर्म को भुगतान करने की शिकायत सूरजपुर एसपी और सरगुजा आईजी से की थी। इस पर सूरजपुर

पुलिस ने 9 मई 2025 को सीएमएचओ समेत पांच लोगों पर केस दर्ज किया।

इस मामले सूरजपुर कोतवाली के थाना प्रभारी विमलेश दुबे ने आज रविवार को बताया कि तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. रन साय सिंह समेत पांच के खिलाफ धारा के तहत धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जांच टीम गठित की गई हैं। आरोपितों की पत्तासाजी की जा रही है। जल्द ही उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / विष्णु पाण्डेय

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