सोनीपत, 2 मई (Udaipur Kiran) । सोनीपत
जिले के गन्नौर थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला
की मौत के चार साल बाद उसके नाम से प्लॉट की फर्जी रजिस्ट्री कर दी गई। इस फर्जीवाड़े
का खुलासा तब हुआ जब महिला के बेटे एवं नीति आयोग में कार्यरत असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर
अंकित यादव को इस रजिस्ट्री की जानकारी मिली। उन्होंने गन्नौर थाने में शिकायत दर्ज
कर अपने ही पिता धर्मबीर यादव समेत आठ लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
शिकायत
के अनुसार, मृतका हेमलता यादव का निधन चार दिसंबर 2008 को नई दिल्ली स्थित रॉकलैंड अस्पताल
में हुआ था। हेमलता के नाम गांव गढ़ी केसरी, तहसील गन्नौर में 250 वर्ग गज का एक प्लॉट
था। अंकित का कहना है कि यह संपत्ति उनकी मां की मृत्यु के बाद उनके और उनके भाई-सचिन
तथा पिता के नाम ट्रांसफर होनी थी। लेकिन करीब एक साल पहले पता चला कि उक्त प्लॉट कमला
देवी नामक महिला के नाम रजिस्टर्ड हो चुका है। जांच में सामने आया कि प्लॉट की रजिस्ट्री
17 अक्टूबर 2012 को की गई थी, जबकि हेमलता की मृत्यु इससे लगभग चार साल पहले ही हो
चुकी थी। आरोप है कि मृतका के पति धर्मबीर यादव ने कमला देवी और अन्य छह लोगों के साथ
मिलकर किसी अन्य महिला को हेमलता बनाकर रजिस्ट्री करवा दी। पुलिस ने इस मामले में केस
दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। धर्मबीर यादव को दो बार नोटिस भेजे गए, लेकिन वे
जांच में शामिल नहीं हुए हैं। अन्य आरोपियों के बयान लिए जा चुके हैं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
