पुलिस पर मानवाधिकारों की रक्षा और संरक्षण की महत्ती जिम्मेदारी-सेक्रेटरी जनरल एनएचआरसी
जयपुर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) और राजस्थान पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में ह्यूमन राइट्स से जुड़े विषयों पर पुलिस ऑफिसर्स का दो दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम शुक्रवार से राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) में आरम्भ हुआ। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सेक्रेटरी जनरल भरत लाल ने कहा कि पुलिस फोर्स पर मानवाधिकारों के रक्षा और संरक्षण की महत्ती जिम्मेदारी है। पुलिस ऑफिसर्स डयूटी के दौरान आम नागरिकों के सम्मान और गरिमापूर्ण जीवन जीने के अधिकार की रक्षा करने के साथ ही वंचित और कमजोर तबके के लोगों के हितों के संरक्षण में अपनी प्रभावी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि मानवाधिकार की परिकल्पना में जीने का आशय गरिमामय व अर्थपूर्ण जीवन जीने से है।
महानिदेशक पुलिस, राजस्थान (डीजीपी) उत्कल रंजन साहू ने क्षमता संवर्धन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकार मानव के वे मूलभूत अधिकार हैं जो जाति, धर्म, लिंग, भाषा या सामाजिक स्थिति से परे हर एक व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा की बात करते है। उन्होंने आमजन के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए पुलिस के दायित्वों को रेखांकित करते हुए इस संदर्भ में नए कानूनो और प्रक्रियाओं की जानकारी से राजस्थान पुलिस के अधिकारियों के नॉलेज अपग्रेडेशन के लिए इस कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का जयपुर में आयोजन करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का आभार जताया।
इस दौरान पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम एवं एससीआरबी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने मानवाधिकार आयोग के सेक्रेट्री जनरल भरत लाल का स्मृति चिह्न देकर अभिनंदन किया। एडीजी सिविल राइट्स एवं एएचटी मालिनी अग्रवाल ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर एनएचआरसी डीजी (इंवेस्टिगेशन) अजय भटनागर, एनएचआरसी के रजिस्ट्रार (लॉ) जोगिंदर सिंह, एडीजी (ट्रेनिंग) अशोक राठौड़ सहित पुलिस मुख्यालय से एडीजी, आईजी और डीआईज स्तर के अधिकारियों सहित एसपी, एएसपी, डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। एडीजी एवं राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक एस. सेंगाथिर ने सभी का आभार ज्ञापित किया। उद्घाटन सत्र का संचालन डीआईजी दीपक भार्गव ने किया। कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम में आईजी, डीआईजी और एसपी रैंक के 40 पुलिस अधिकारी भाग ले रहे है।
प्रथम दिन आयोजित हुए ये सत्र
पहले दिन आयोजित सेशंस में एनएचआरसी डीजी (इन्वेस्टीगेशन) अजय भटनागर, पीएचआर एक्ट 1993 एनएचआरसी और रोल ऑफ इंवेस्टिगेशन डिवीजन इन एड्रेसिंग ह्यूमन राइट्स तथा तीसरे सत्र में एनएचआरसी के रजिस्ट्रार (लॉ) जोगिंदर सिंह ने पुलिसिंग और सुप्रीम कोर्ट के कैसेज के बारे में ह्यूमन राइट्स कमीशन की गाइडलाइंस, एनएचआरसी के पूर्व सदस्य राजीव जैन ने मानवाधिकार एवं न्यायशास्त्र (ज्यूरिशप्रूडेंस) तथा राज्य मानवाधिकार आयोग, राजस्थान के सदस्य अशोक गुप्ता ने राजस्थान के संदर्भ में मानवाधिकारों के परिदृश्य पर अपने प्रस्तुतीकरण दिए।
शनिवार को होगा समापन
एडीजी सिविल राइट्स एवं एएचटी मालिनी अग्रवाल ने बताया कि कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के दूसरे और अंतिम दिन शनिवार को तीन मुख्य सत्रों के बाद समापन एवं वेलेडिक्ट्री सत्र का आयोजन होगा। समापन सत्र के मुख्य अतिथि महानिदेशक पुलिस, राजस्थान (डीजीपी) उत्कल रंजन साहू होंगे। इस सत्र में एनएचआरसी डीजी (इन्वेस्टीगेशन) अजय भटनागर भी मौजूद रहेंगे।
इससे पहले दूसरे दिन के प्रथम सेशन में एनएचआरसी डीजी (इंवेस्टिगेशन) अजय भटनागर, ह्यूमन राइट्स एंड एथिकल डिलेमा इन पुलिसिंग, एनएचआरसी के रजिस्ट्रार (लॉ) जोगिंदर सिंह, मानवाधिकार आयोग में राजस्थान पुलिस के संदर्भ में पंजीकृत प्रकरण तथा एडीजी सिविल राइट्स एवं एएचटी मालिनी अग्रवाल, ह्यूमन राइट्स ऑफ वूमन विद स्पेशल एम्फेसिस ऑन डोमेस्टिक वायलेंस पर अपना प्रस्तुतीकरण देंगे।
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(Udaipur Kiran)