प्रयागराज, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । महिलाओं को 35 वर्ष की आयु के बाद मैमोग्राफी करवा लेनी चाहिए। इससे स्तन कैंसर की प्राथमिक अवस्था में जानकारी हो जाती है। पैप स्मेयर परीक्षण से सर्वाइकल कैंसर का पता आसानी से चल जाता है। कैंसर का अब प्रारम्भिक अवस्था में निदान हो सकता है। परीक्षण एवं उपचार की सुविधा अब आसानी से उपलब्ध हो गयी है।
उक्त विचार जीवन ज्योति हॉस्पिटल की निदेशिका डॉ वन्दना बंसल ने रविवार को तसीम मोहिदीन (डागू) की स्मृति में एक स्वास्थ्य जागरुकता निःशुल्क शिविर में व्यक्त किए। कैंसर जागरुकता अभियान के तहत शूरवीर फाउंडेशन सोसाइटी ने कैंसर एवं हार्ट केयर फाउंडेशन एवं जीवन ज्योति अस्पताल के संयुक्त तत्वावधान में जीवन ज्योति अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन 15 लड़कियों को लगायी। 152 लोगों का नेत्र परीक्षण हुआ। 10 महिलाओं की मैमोग्राफी की गई। सैकड़ों लोगों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवाया।
कमला नेहरू में वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञ डॉ. राधा घोष ने बताया कि हमारे देश में कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। तम्बाकू का सेवन बंद करके हम कैंसर से काफी हद तक बच सकते हैं। मात्र 10 फीसदी मामलों में कैंसर आनुवंशिक होता है। डीआर श्रद्धा यादव ने गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव के लिए लड़कियों को टीका लगवाने की सलाह दी। कैंसर एवं हार्ट केयर फाउंडेशन के सचिव आरके गोयल ने अपने जागरूकता अभियान की गतिविधियों की जानकारी दी।
आयकर आयुक्त डॉ शिखा दरबारी ने कहा महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति विशेष जागरूक होना चाहिए, क्योंकि वे परिवार की धुरी हैं। उन्होंने सबका आभार ज्ञापित किया। डॉ सुधा त्रिपाठी ने कहा अक्सर महिलाएं परीक्षण स्वेच्छा से नहीं करवातीं। कार्यक्रम में इनरव्हील क्लब की पूर्व गवर्नर सुषमा अग्रवाल, डॉ शान्ति चौधरी, डॉ अंजुला सहाय, अनिल अग्रवाल ’अन्नू भैया’, सविता खुराना समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र / प्रभात मिश्रा