कोलकाता, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) ।आरजी कर अस्पताल मामले में शनिवार को फैसले से पहले जूनियर और सीनियर डॉक्टरों ने सियालदह अदालत परिसर में प्रदर्शन का आह्वान किया है। इस प्रदर्शन में नर्सों के संगठन भी शामिल होंगे। दोपहर एक बजे से ही अदालत परिसर में जुटान शुरू होने की संभावना है।
डॉक्टरों और नर्सों के कुल चार संगठनों ने इस विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। मेडिकल सर्विस सेंटर, सर्विस डॉक्टर्स फोरम और नर्सेस यूनिटी के सदस्य दोपहर एक बजे से विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा, जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (जेडीएफ) ने भी दोपहर दो बजे से अदालत परिसर में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। इन संगठनों ने आम नागरिकों से भी प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि 9 अगस्त 2024 को आरजी कर अस्पताल की चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से एक महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था। इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया था। जेडीएफ शुरू से ही इस आंदोलन में सक्रिय रहा है और उसने न्याय और स्वास्थ्य ढांचे में सुधार की मांग को लेकर अनशन भी किया था। इस आंदोलन को जनता का भी समर्थन मिला था।
शनिवार को दोपहर 2:30 बजे सियालदह अदालत में न्यायाधीश अनिर्वाण दास की अदालत में इस मामले का फैसला सुनाया जाएगा। इस मामले में गिरफ्तार सिविक वॉलंटियर को सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में एकमात्र आरोपित बताया है और उसके लिए कड़ी सजा की मांग की गई है। हालांकि, पीड़िता के परिवार का कहना है कि यह अपराध सिर्फ एक व्यक्ति द्वारा किया जाना संभव नहीं है। परिवार ने इस मामले में और गहन जांच की मांग की है।
वहीं, कुछ जूनियर डॉक्टरों का मानना है कि सिविक वॉलंटियर को बलि का बकरा बनाया जा रहा है और इस घटना के पीछे बड़े प्रभावशाली लोग हो सकते हैं। इस फैसले से पहले सियालदह अदालत परिसर की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर