हरिद्वार, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या हरिद्वार के सलेमपुर में राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आयोजित किशोरी जागरूकता कार्यक्रम में सम्मिलित हुईं। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और कुपोषण मुक्त भारत बनाने के लिए पोषण पर ध्यान देने की जरूरत है। जब बच्चा पोषण युक्त होगा, तभी वह भविष्य में देश-प्रदेश की जिम्मेदारी लेने के लिए सक्षम बनेगा और वह तब सक्षम बनेगा जब उसकी गर्भवती माता को सही पोषण मिलेगा। आजकल के खानपान पर रेखा आर्या ने कहा कि पोषण फास्ट फूड में नहीं मिलेट्स में है, इसलिए स्वाद के लिए नहीं स्वास्थ्य के लिए सोचने की आवश्यकता है। हम अगर मोटे अनाज को अपने खान-पान का हिस्सा बना दें तो कुपोषण की लड़ाई कारगर साबित होगी।
मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश सरकार भी सुपोषित भारत का संकल्प पूरा करने के लिए गर्भवती, स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए तमाम जरुरी जागरूकता कार्यक्रम और योजनाएं चला रही है। लैंगिक समानता की दिशा में नंदा गौरा योजना के तहत बालिका के जन्म पर 11000 रुपये दी जा रही है और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत बालक-बालिका होने पर 5000 से 6000 रुपये दी जा रही है।
मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि पहले किट सिर्फ बच्चियों के जन्म पर दी जाती थी, लेकिन अब प्रदेश में बच्चे के जन्म पर भी महालक्ष्मी किट वितरित की जा रही है, जो कहीं ना कहीं जच्चे-बच्चे को स्वस्थ बनाने की दिशा में एक सफल प्रयास है।
महिला कल्याण योजनाओं की लाभार्थियों को बांटी किट
कार्यक्रम में रेखा आर्य ने महिला कल्याण योजनाओं की लाभार्थी बहन-बेटियों को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट, पोषण किट, स्वच्छ्ता किट और वैष्णवी किट वितरित किए। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि चमन चौहान, महिला मोर्चा अध्यक्ष रंजना चतुर्वेदी, ब्लॉक प्रमुख बहादराबाद आशा नेगी, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विक्रम सिंह , डीपीआरओ सुलेखा सहगल, डॉ. छवि , बेबी यादव, पारुल आदि उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला