Madhya Pradesh

अशोकनगर : नेशनल हाईवे निर्माण की धीमी गति के कारण व्यापार-धंधे  ठप्‍प 

अशोकनगर: नैशनल हाईवे निर्माण की धीमी गति के कारण व्यापार-धंधे ठाप्प

अशोकनगर, 06 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । जिले के अशोकनगर-विदिशा सडक़ मार्ग पर स्थित क्षेत्र के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीण इन दिनों सडक़ एवं नाली निर्माण की धीमी गति से परेशान हैं। कहीं पर सडक़ खोदकर कंपनी ने महीनों से छोड़ रखी है तो कहीं पर नालियां बनाने के लिए खोदा गया मलबा छोड़ दिया। बीते दो-तीन महीने से क्षेत्र में चल रहे सडक़ एवं नाली निर्माण के कारण व्यापार धंधे तक अस्त-व्यस्त हो गए हैं।

दरअसल, कुछ महीनों से नेशनल हाईवे 346 ए के तहत सडक़ का चौड़ीकरण किया जा रहा है। सडक़ के किनारे नालियां भी बनाई जा रही हैं। कंपनी द्वारा मेहलुआ चौराहा से बंगला चौराहा तक सिंचाई के पाईप निकालने के लिए एक दर्जन से अधिक स्थानों पर सडक़ खोदी है, जिसकी मरम्मत नहीं कराई। अब यह लंबे गड्ढे मार्ग पर अवांछित ब्रेकर की तरह काम कर रहे हैं और वाहनों में टूटफूट हो रही है। वहीं क्षेत्र के ग्राम ओण्डेर एवं गीलारोपा में कंपनी ने सडक़ को खोदकर छोड़ दिया है। यहां पर वाहनों को निकलने के लिए महज 5 से 7 फीट का रास्ता छोड़ा है। जिस पर वाहनों का आना-जाना होता है, यदि एक ही समय पर दोनों ओर से वाहन आ जाएं तो किसी का एक का नीचे गिरने का खतरा बना रहता है क्योंकि खोदी गई सडक़ से कहीं-कहीं गहराई चार से पांच फीट तक हो गई है। गीलारोपा निवासी विकास कटारिया ने बताया कि बीते दो-तीन महीनों में दर्जनों वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। ओण्डेर निवासी सोनू ठाकुर बताते हैं कि वाहन दुर्घटना का सबसे अधिक खतरा स्कूली वाहनों को है। सडक़ निर्माण की धीमी गति से मलउखेड़ी, अतरेजी, घाट बमुरिया, ओण्डेर, बंगला चौराहा, बरखेड़ा जमाल, गुपलिया, गीलारोपा, हाजूखेड़ी, जशनखेड़ी, बहादुरपुर, हांसली, इकोदिया एवं प्यासी गांवों के ग्रामीणों को सर्वाधिक परेशानी है। इन गांवों के ग्रामीण इन सडक़ों व बंगला चौराहा पर सर्वाधिक आना-जाना करते हैं।

नाली के मलबे से बंद हुआ दुकानों का रास्ता

बंगलाचौराहा में नाली निर्माण के लिए खोदी गई मिट्टी को दुकानों की ओर ढेर लगाकर छोड़ दिया गया है। दुकानदार अंशुल जैन ने बताया कि मिट्टी के कारण उनकी दुकान पर कोई खरीद-फरोख्त नहीं हो पा रही है। वहीं हाट में दुकान लगाने वाले रानू पाठक का कहना था कि वह जहां दुकान सजाते थे, वहां मिट्टी का ढेर लगा हुआ है। अब चिंता है कि मंगलवार को दुकान कहां लगाएंगे। चौराहे पर ही नमकीन भंडार का ठेला लगाने वाले भारत अहिरवार का कहना है कि बीते पंद्रह दिनों से ठेला लगाने के लिए कोई जगह निश्चित नहीं है। धंधा पूरी तरह ठप्प हो चुका है।

इस संबंध में ग्वालियर डिवीजन के एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी के एसडीओ, केएल झारिया का कहना है कि ‘ओण्डेर एवं गीलारोपा में सडक़ निर्माण होना है। कंपनी क्यों नहीं कर रही है, मैं अभी बात करता हूं। हम एक सप्ताह में निर्माण पूरा होने का प्रयास करेंगे। बंगला चौराहा पर रविवार तक मिट्टी हटा दी जाएगी।’

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(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार

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