
मुंबई 18 अप्रैल ( हि.स.) । ठाणे महा नगर पालिका क्षेत्र में क्लस्टर योजना लागू करने के विषय में आज ठाणे के विधायक संजय केलकर ने कहा कि निवासियों के बीच भ्रम का माहौल है, क्योंकि क्लस्टर योजना के तहत भवन निर्माण का कार्य पूरा होने और निवासियों के उसमें रहने का कोई उदाहरण नहीं है। चूंकि बिल्डरों और उनके सहयोगियों ने अधिकारियों से पहले ही योजनाबद्ध क्लस्टर क्षेत्र में भ्रम फैलाकर प्रवेश करना शुरू कर दिया है, इसलिए निवासियों के बीच संदेह और भ्रम का माहौल पैदा हो गया है। इस संबंध में आज ठाणे की 19 इमारतों के निवासी प्रतिनिधियों के साथ विधायक संजय केलकर ने, क्लस्टर और नगर निगम के अधिकारियों से मुलाकात की और भ्रम को दूर किया है।
बताया जाता है कि राज्य सरकार ने ठाणे शहर में जीर्ण-शीर्ण, खतरनाक और अनाधिकृत इमारतों के सामूहिक विकास के लिए एक क्लस्टर योजना की घोषणा की है। तदनुसार, ठाणे शहर में 44 योजनाएं तैयार की गई हैं। इधर ठाणे में किसननगर में क्लस्टर का काम चल रहा है, जबकि अन्य क्षेत्रों में योजना को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उधर बिल्डर्स और उनके सहयोगी उन क्षेत्रों के निवासियों से संपर्क कर रहे हैं जहां परियोजना क्रियान्वित की जाएगी। चूंकि क्लस्टरों के संबंध में निजी व्यक्ति पहल कर रहे हैं, इसलिए कई क्षेत्रों के निवासियों में इस योजना को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इसलिए इस भ्रम को दूर करने के लिए सिद्धेश्वर झील, हंसनगर क्षेत्र में 40 साल पुरानी 19 अनधिकृत इमारतों के प्रतिनिधियों ने विधायक संजय केलकर से मुलाकात की गई है ।बैठक में क्लस्टर विभाग के अधिकारी और ठाणे नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त भी उपस्थित थे।
इस बारे में बोलते हुए विधायक संजय केलकर ने क्लस्टर विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई।उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि किसी क्षेत्र में क्लस्टर योजना की योजना बनाई जाती है, तो क्लस्टर और ठाणे नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को पहले क्षेत्र का दौरा करना चाहिए और निवासियों के साथ बातचीत करनी चाहिए। साथ ही उन्हें निवासियों को योजना के बारे में सूचना पत्र उपलब्ध कराते हुए योजना के क्रियान्वयन, निवासियों के अस्थायी पुनर्वास, उन्हें मिलने वाले मकान, क्षेत्र और सुविधाओं के बारे में जानकारी देनी चाहिए। हालांकि, इसके बजाय, कुछ निजी व्यक्ति, बिल्डर और उनके सहयोगी उस क्षेत्र में जाकर निवासियों से संपर्क कर रहे हैं, जिसके कारण इस योजना की विश्वसनीयता खत्म हो रही है ।
उल्लेखनीय है कि आज उपस्थित 40 से अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति के बाद असमंजस और भ्रांति दूर हो गई, क्योंकि वे क्लस्टर और नगर निगम के अधिकारियों से सीधे चर्चा करने में सक्षम थे। यदि निवासियों को इस योजना के बारे में कोई भ्रम है, तो उन्हें सीधे इन अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए। विधायक केलकर ने यह भी बताया कि इस कार्य के लिए क्लस्टर का एक अधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा वह इस संबंध में निवासियों को आधिकारिक जानकारी उपलब्ध कराएगा।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
