Uttar Pradesh

बजट सत्र : सीएम बोले, उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश और दुनिया में बनी नजीर

मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, 24 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधान सभा में कहा कि आज जब पुलिस कार्य कर रही है, गुंडों को ठिकाना लग रही है और सज्जनों को संरक्षण देकर सम्मान दिलवा रही है तो विपक्ष को बुरा लगता है।

योगी ने एनसीआरबी के आंकड़े पेश करते हुए कहा कि सच हमेशा कड़वा होता है। बोलना आप नहीं चाहेंगे, क्योंकि उसके बाद तत्काल फोन आ जाता। वर्ष 2016 की तुलना में वर्तमान में डकैती की घटना में 84.41 प्रतिशत, लूट में 77.43 प्रतिशत, हत्या में 41.01 प्रतिशत, बलवा की घटनाओं में 66.04 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण की घटना में 54.72 प्रतिशत, दहेज हत्या में 17.08 प्रतिशत और बलात्कार की घटनाओं में 26.15 प्रतिशत की कमी आई है।

कई जिलों में स्थापित की गयीं एटीएस की नई फील्ड यूनिट

राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश पूरे देश में महिला संबंधी अपराधों में संलिप्त अपराधियों को सजा दिलाने में नंबर एक पर है। वहीं पुलिस रिफॉर्म के तहत पहली बार प्रदेश के सात जनपदों में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया गया है। इसे लागू करने की बात वर्ष 1973 से 1974 से चल रही थी, लेकिन कोई हिम्मत नहीं कर पा रहा था। हमने लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद और प्रयागराज में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया है। इसके अलावा देवबंद, बहराइच, अलीगढ़, कानपुर सहित कई जनपदों में एटीएस की नई फील्ड यूनिट भी गठित की गयी है। तीन महिला पीएसी बटालियन लखनऊ, गोरखपुर और बदायूं में स्थापित की गयी है। बलरामपुर, जालौन, मीरजापुर, शामली और बिजनौर में पांच अन्य पीएसी बटालियन स्थापित करने की कार्रवाई चल रही है।

पुलिस विभाग में वर्ष 2017 से अब तक 1,56,000 पदों पर की गयी भर्ती

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन किया गया है, जो मेट्रो और एयरपोर्ट की सुरक्षा में योगदान दे सके। इसकी छह वाहिनियों का गठन किया गया है। एएनटीएफ का सरकार ने गठन किया है। साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ में एडवांस साइबर फॉरेंसिक लैब, 18 परिक्षेत्र थानों पर बेसिक साइबर फॉरेंसिक लैब और 57 जनपदों में साइबर क्राइम थानों की स्थापना की गयी है। वर्तमान में 75 जनपदों में साइबर सेल क्रियाशील किए हैं। हर थाने में एक साइबर हेल्प डेस्क का गठन किया गया है। उत्तर प्रदेश में एक उत्तर प्रदेश स्टेट फॉरेंसिक इंस्टिट्यूट का भी गठन किया गया है। वर्तमान में यह संचालित है।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस में 2017 से अब तक 1,56,000 विभिन्न पदों पर भर्ती संपन्न की जा चुकी हैं। वर्तमान में 60,200 पुलिस कार्मिकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जिनकी अगले एक महीने में ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। वहीं 30,000 अन्य नई भर्तियां जल्द आने वाली हैं। इसके साथ ही एटीएस को अत्याधुनिक तकनीक और अत्यधिक शस्त्र प्रदान करते हुए वर्ष 2017 तक अब तक 130 आतंकवादियों को और 171 रोहिंग्यों को गिरफ्तार किया गया है। प्रदेश में 2017 की तुलना में कानून व्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। यूपी 112 का जो रिस्पांस टाइम पहले 25 मिनट 42 सेकंड था, वह आज घट करके 7 मिनट 24 सेकंड हुआ है। ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत 11 लाख से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

ऑपरेशन कनविक्शन के तहत 51 अभियुक्तों को मृत्यु दंड की सजा दिलायी गयी

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन कनविक्शन के तहत जुलाई 2023 से दिसंबर 2024 तक 51 अभियुक्तों को मृत्यु दंड, 6287 अभियुक्तों को आजीवन कारावास, 1091 अभियुक्तों को 20 वर्ष से अधिक कारावास, 3068 अभियुक्तों को 19 वर्ष तक और 57,885 अभियुक्तों को 9 वर्ष की सजा और 51 हजार 748 अभियुक्तों को 5 वर्ष तक की सजा से दंडित कराया गया है। 19 नवंबर 2019 से अभी तक चिन्हित माफिया गैंग के जो विरूद्ध विचाराधीन कारवाई थी, उसमें प्रभावी पैरवी करते हुए 31 माफिया, 74 संगठित अपराधियों को अलग-अलग आजीवन कारावास की सजा दिलायी गयी है। इसके साथ ही दो को मृत्युदंड की सजा दिलायी गयी है।

तीन लाख 22 हजार जोड़ों की अब तक शादी करायी गयी

नेता सदन ने कहा कि मिशन शक्ति के तहत पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा प्रदान की गयी है। वर्ष 2018 में 14.02 प्रतिशत प्रदेश में महिला वर्क फोर्स थी, जो बढ़ करके 35.01 प्रतिशत हुई है। सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न स्कीम के जरिये मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में 22 लाख 11,000 बालिकाओं को लाभ दिया गया है। निराश्रित महिला पेंशन स्कीम समेत विभिन्न पेंशन स्कीम के जरिये 1000 रुपये प्रति महीना यानी 12000 रुपये सालाना दिये जा रहे हैं। एक करोड़ चार लाख से अधिक परिवारों को यह पेंशन की सुविधा सरकार उपलब्ध करवाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 3 लाख 22 हजार जोड़ों की शादी के कार्यक्रम अभी तक संपन्न हुए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में औद्योगिक निवेश पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने 33 सेक्टोरियल पॉलिसी बनाई। सिंगल विंडो सिस्टम को लागू किया। बिना मानवीय हस्तक्षेप के 500 प्रकार की एनओसी एक पोर्टल में लोगों को प्राप्त हो सके, इसकी व्यवस्था कराई गई। एमओयू की निरंतर मॉनीटरिंग के लिए निवेश सारथी पोर्टल बनाया गया। किसी ने निवेश कर लिया, उसे ऑनलाइन इंसेंटिव प्राप्त हो। इसी का परिणाम है कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में टॉप अचीवर स्टेट के रूप में यूपी को सम्मान मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने प्रति कैप्टा इनकम की भी चर्चा कीमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की प्रति कैप्टा इनकम पर चर्चा की। बोले कि 2016-17 में प्रदेश में प्रति कैप्टा इनकम 48,520 रुपये थी। 2023-24 में यह बढ़कर 93,514 हो गई है। प्रदेश के अंदर 2016-17 में जीडीपी 12 लाख 82 हजार करोड़ की थी, 2023-24 में बढ़कर 25 लाख 48 हजार करोड़ से ऊपर की है। इस वित्तीय वर्ष में यह बढ़कर साढ़े 27 लाख करोड़ पार करने जा रही है। महाकुम्भ को भी जोड़ दिया जाए तो 30 लाख करोड़ की जीडीपी अकेले यूपी की होगी।

बेहतरीन हुई जल, थल और वायु की कनेक्टिविटीमुख्यमंत्री ने कहाकि पौने आठ वर्ष में प्रदेश में जल, थल और वायु की बेहतरीन कनेक्टिविटी हुई है। यूपी देश का एक्सप्रेसवे बन चुका है। गंगा एक्सप्रेसवे बनने के बाद यूपी के पास 55 फीसदी एक्सप्रेसवे होंगे। सबसे अच्छा रेल-हाइवे नेटवर्क यूपी के पास है। ग्रामीण सड़कों में 250 तक के मजरों को पीएम ग्रामीण सड़क योजना के साथ जोड़ने की कार्रवाई को अंतिम अनुमोदन दिया जा चुका है।

(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला

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