Uttrakhand

बलियानाला क्षेत्र में भूस्खलन उपचार के लिए बजट 100 फीसद से अधिक बढ़ा

भूस्खलन प्रभावित नैनीताल का आधार बलियानाला क्षेत्र।

– सिंचाई विभाग ने 177 करोड़ रुपये की जगह 181 करोड़ रुपये अधिक 358 करोड़ का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा

नैनीताल, 22 दिसंबर (Udaipur Kiran) । नैनीताल नगर के आधार बलियानाला क्षेत्र में लगातार हो रहे भूस्खलन के उपचार का बजट वर्तमान स्वीकृत बजट के सापेक्ष 102 फीसद यानी दो गुने से अधिक बढ़ने वाला है। कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग ने स्वीकृत बजट 177 करोड़ की जगह 181 करोड़ अतिरिक्त 358 करोड़ रुपये का प्रस्ताव सिचाई विभाग के मुख्यालय को भेज दिया है। बजट का इस हद तक बढ़ना कई प्रश्न खड़े कर रहा है। इसके साथ ही यह प्रश्न भी खड़ा हो गया है कि जो कार्य अब तक हो रहे हैं, वह क्या इस वर्ष बरसात के मौसम में टिक पाएंगे या कि वह भी भूस्खलन के साथ बह जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि कई वर्षों के परीक्षणों की लंबी प्रक्रिया के बाद दिसंबर 2023 में बलियानाला में उपचार के कार्यों की निविदा प्रक्रिया पूरी हुई थी और 2027 तक की बॉंड अवधि के कार्य जनवरी 2024 से प्रारंभ हुए थे। इधर बरसात के दौरान कार्य जुलाई माह में बंद हुए और अक्टूबर में फिर शुरू हुए तो बताया गया कि लगभग 30 प्रतिशत कार्य पूरे हो चुके हैं, लेकिन अब कहा जा रहा है कि क्षेत्र की स्थितियों को देखते हुए बजट को दोगुना से भी अधिक बढ़ाया जाना आवश्यक है। सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता बिजेंदर कुमार ने बताया कि पहले 8 से 13 मीटर की गहराई तक एंगलिंग यानी कीलित किया जाने का कार्य स्वीकृत था, किंतु इस कार्य की प्रदेश के आपदा सचिव की अध्यक्षता वाली मॉनीटरिंग कमेटी, जिसमें आईआईटी रुड़की के भूवैज्ञानिकों सहित अनेक विशेषज्ञ हैं, ने 20 मीटर तक कीलित किये जाने की आवश्यकता जताई है। बल्कि आईआईटी ने 400 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किये जाने की बात कही थी, किंतु सिचाई विभाग ने अभी 358 करोड़ का प्रस्ताव अपने विभागाध्यक्ष को भेजा है। अब यह बड़ा खतरा भी उत्पन्न हो गया है और कार्यदायी संस्था ही आश्वस्त नहीं है कि जितने करोड़ों रुपये के कार्य अभी तक हो चुके हैं, वह आगामी वर्ष बरसात के मौसम में बच पाएंगे या नहीं, या कि पूर्व की तरह इस वर्ष भी बरसात के मौसम में यहां भूस्खलन के साथ अब तक किये गये कार्य बह जाएंगे। श्री कुमार ने कहा कि अब तक हुए कार्यों को आगामी बरसात के मौसम में बचाना बड़ी चुनौती है।

राइंका को अन्यत्र स्थानांतरित कर 7 करोड़ से भवन निर्माण का प्रस्ताव भी

अंग्रेजी दौर से गोरखा लाइन में स्थापित नगर के अटल आदर्श शहीद मेजर राजेश अधिकारी राजकीय इंटर कॉलेज को बलियानाला में चल रहे उपचार के कार्यों के कारण अन्यत्र स्थानांतरित किया जाएगा। वर्तमान में इस विद्यालय में कई भवनों को तोड़कर बलियानाला के लिये सड़क बनायी गयी है, साथ ही वहां भारी-भरकम मशीनों की सहायता से चल रहे कीलीकरण के कार्यों के कारण यहां अन्य भवनों में भी दरारें आ गयी हैं। ऐसे में पूरे राइंका को अन्यत्र स्थानांतरित किये जाने की योजना है। सिचाई विभाग के अधिशासी अधिकारी बिजेंदर कुमार ने बताया कि प्रशासन विद्यालय के लिये अन्यत्र स्थान तलाश रहा है। वहीं सिचाई विभाग ने विद्यालय के नये भवन के लिये लगभग 7 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है।

(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

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