कोकराझार (असम),26नवम्बर (Udaipur Kiran) । बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) में सहकारी क्षेत्र के तहत दुनिया के सबसे बड़े अनाज भंडारण नेटवर्क की स्थापना की संभावना का आकलन करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह पहल हाल ही में बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) और भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय के बीच हुई बैठक में पहचाने गए कार्य बिंदुओं का परिणाम है।
इस योजना का उद्देश्य स्थानीय कृषि उत्पादों और बाजार की मांग का लाभ उठाकर बीटीआर के सभी 85 प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पीएसीएस) में अनाज भंडारण सुविधाओं का विकास करना है।
बीटीसी के सहकारिता विभाग के सीएचडी जयंत खारकेतरी के निर्देशानुसार, सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने आज कोकराझार जिले की तीन पीएसीएस—झारबारी एस.एस. लिमिटेड, पाटगांव एस.एस. लिमिटेड और रामफलबिल एस.एस. लिमिटेड का दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य इन पीएसीएस के माध्यम से उपलब्ध व्यावसायिक अवसरों का मूल्यांकन करना और परियोजना के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता विकल्पों के बारे में शेयरधारकों को जागरूक करना था।
बीटीआर के अन्य जिलों में स्थित शेष पीएसीएस में भी जल्द ही इसी तरह का आकलन किया जाएगा। ये आकलन आवश्यक डेटा और अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे, ताकि प्रस्तावित अनाज भंडारण सुविधाएं क्षेत्र की कृषि क्षमता और बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप हों।
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा