कोलकाता, 24 जनवरी (Udaipur Kiran) । गणतंत्र दिवस के मद्देनज़र सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत-बांग्लादेश सीमा (आईबीबी) पर सुरक्षा चाक-चौबंद करने के लिए ‘ऑप्स अलर्ट’ अभियान शुरू किया है। यह अभियान 4,096 किलोमीटर लंबी इस सीमा पर दिन-रात गश्त और सीमा की निगरानी को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
बीएसएफ के पूर्वी कमान के अतिरिक्त महानिदेशक रवि गांधी ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर का दौरा कर सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सीमा पर तैनात बलों और भारतीय क्षेत्र के सीमावर्ती नागरिकों के बीच संपर्क और समन्वय पर भी ध्यान केंद्रित किया।
कोलकाता स्थित बीएसएफ मुख्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, यह अभियान देश के 76वें गणतंत्र दिवस से पहले किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शुरू किया गया है। यह ‘ऑप्स अलर्ट’ अभियान पूर्वी कमान के सभी क्षेत्रीय इकाइयों में चलाया जा रहा है, जिसमें सीमा चौकियों को और मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है।
बीएसएफ ने बताया कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर में नदी क्षेत्रों और बिना बाड़ वाली सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। रवि गांधी ने बल की रणनीतिक तैनाती और ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा करते हुए सभी क्षेत्रीय इकाइयों को सतर्क रहने और सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
‘ऑप्स अलर्ट’ के तहत विभिन्न सुरक्षा अभ्यास किए जा रहे हैं, जिसमें गहराई और अग्रिम क्षेत्रों में सुरक्षा रणनीतियों का परीक्षण और आवश्यकतानुसार संशोधन किया जा रहा है। इस अभियान के दौरान रवि गांधी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के एक स्कूल में आयोजित जनसंपर्क कार्यक्रम में भाग लिया।
उन्होंने सीमावर्ती बच्चों को खेल किट, स्कूल बैग और अन्य सामग्री वितरित करते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं का सशक्तिकरण और उनका विकास हमारी प्राथमिकता है। ऐसे कार्यक्रम मानसिक और शारीरिक विकास के साथ-साथ देशभक्ति और अनुशासन की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं।
बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच एक सेक्टर कमांडर स्तरीय बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही, विशेष रूप से किसानों को छोड़कर, अन्य गतिविधियों पर रोक लगाने पर सहमति बनी।
इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के सुकदेवपुर क्षेत्र की स्थिति पर भी चर्चा हुई। दोनों देशों के सुरक्षा बलों ने आईबीबी को सुरक्षित रखने के लिए समन्वित तरीके से काम करने पर सहमति व्यक्त की।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर