कोलकाता, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा (आईबीबी) पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक घुसपैठ रैकेट का पर्दाफाश किया और चार बांग्लादेशी नागरिकों के साथ एक भारतीय दलाल को गिरफ्तार किया।
बीएसएफ ने बुधवार शाम जारी एक बयान में यह जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि यह गिरफ्तारी मंगलवार को हुई जब बांग्लादेशी नागरिकों के पास आधार कार्ड थे, जो कथित तौर पर बांग्लादेश में बनाए गए थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घुसपैठिए चेन्नई जाने की योजना बना रहे थे।
मंगलवार को दोपहर 3:35 बजे के करीब मुर्शिदाबाद के बमनाबाद सीमा चौकी पर तैनात 73 बटालियन बीएसएफ के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास संदिग्ध गतिविधि देखी। जब जवानों ने नजदीक जाकर देखा तो उन्होंने पांच लोगों को भारत में घुसने की कोशिश करते हुए पाया। बीएसएफ के जवानों ने उन्हें पीछे हटने का आदेश दिया, लेकिन उन्होंने जबरदस्ती सीमा पार करने की कोशिश की। इस पर जवानों ने कड़े कदम उठाए, जिससे गिरोह तितर-बितर हो गया और घने घास में छिप गया। एक त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) मौके पर पहुंचा और उन्हें बाहर निकाला। यह जानकारी दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी और प्रवक्ता नीलोत्पल कुमार पांडे ने दी।
इन पांचों को बमनाबाद बीओपी लाया गया, जहां एक व्यक्ति ने खुद को भारतीय नागरिक बताया। उसने कबूल किया कि वह एक दलाल के रूप में काम करता है और इन चार बांग्लादेशियों को भारत में घुसाने के लिए सीमा पर आया था। उसने बताया कि उसे प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित रूप से भारत में प्रवेश कराने के लिए चार हजार रुपये मिलने थे।
पांडे के अनुसार, चार बांग्लादेशी नागरिकों ने कहा कि वे बांग्लादेश के राजशाही जिले के गोदागरी उपजिला से हैं और उनके पास भारत के फर्जी आधार कार्ड थे। उन्होंने कबूल किया कि ये कार्ड उन्हें गोदागरी के एक अन्य दलाल से मिले थे, जिसके लिए उन्होंने एक हजार बांग्लादेशी टका का भुगतान किया था। चारों ने बताया कि वे चेन्नई जाकर मजदूरी करने की योजना बना रहे थे।
सभी पांचों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए रानीनगर पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है।
डीआईजी ने कहा, हमारे जवानों की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया ने इस सफल अभियान को संभव बनाया है। हमारी प्राथमिकता राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, और यह गिरफ्तारी उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर