
बीकानेर, 31 मई (Udaipur Kiran) । सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उप महानिरीक्षक अजय लूथरा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केन्द्र सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए 7-8 मई की रात को “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया था । इस ऑपरेशन में बीएसएफ ने दुश्मन को करारा जवाब दिया था।
यहां बीएसएफ के क्षेत्रीय मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान बीएसएफ के उप महानिरीक्षक अजय लूथरा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कई अहम खुलासे किए। उप महानिरीक्षक लूथरा ने कहा कि बीते अप्रैल में हुए पहलगाम हमले में निर्दोषों को निशाना बनाया गया, जो कि पाकिस्तान की कायराना हरकत थी। इसके बाद बीएसएफ को पश्चिमी सीमा पर सतर्क कर दिया गया। ऑपरेशन के दौरान राजस्थान के सीमावर्ती जिलों जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में ड्रोन की घुसपैठ की कई कोशिशें की गईं, जिन्हें बीएसएफ ने भारतीय सेना और एयरफोर्स के साथ मिलकर नाकाम कर दिया। उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने हालात की गंभीरता को भांपते हुए खुद पश्चिमी सीमा का दौरा किया। उनके साथ डीके बुरा (आईजी ऑपरेशन्स) और एमएल गर्ग (आईजी, जोधपुर फ्रंटियर) भी मौजूद थे। बीकानेर सेक्टर पहुंचकर उन्होंने जवानों से संवाद किया और तैयारियों का जायजा लिया।
लूथरा ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ ने न सिर्फ हाई लेवल इंटेलिजेंस नेटवर्क को सक्रिय किया बल्कि सेना और एयरफोर्स के साथ तालमेल बनाकर दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखी। सीनियर अफसरों ने सीमाओं पर मोर्चा संभाला और जवानों को रीयल टाइम में दिशा-निर्देश देते रहे। अजय लूथरा ने कहा कि वर्ष 1971 के युद्ध में बीएसएफ ने जिस जांबाजी से पाकिस्तान को हराने में अहम भूमिका निभाई थी, उसी परंपरा को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भी आगे बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि हम देश की रक्षा में जान की परवाह नहीं करते, क्योंकि भारत की सरहदें हमारी आंखों की तरह कीमती हैं।
पत्रकार वार्ता में उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की सरहद को कोई छू नहीं सकता, क्योंकि इसकी निगहबानी कर रही हैं हम सबकी आंखें। बीएसएफ हर हाल में देश की सुरक्षा के लिए समर्पित है।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
