लंदन/तेहरान, 19 मई (Udaipur Kiran) । ब्रिटेन और ईरान के बीच राजनयिक तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। जासूसी के आरोपों को लेकर दोनों देशों ने एक-दूसरे के शीर्ष राजनयिकों को तलब किया है।
ब्रिटेन ने सोमवार को ईरान के राजदूत सैयद अली मूसेवी को विदेश मंत्रालय में तलब किया। यह कदम उस मामले के बाद उठाया गया, जिसमें तीन ईरानी नागरिकों पर ब्रिटेन में जासूसी करने के आरोप लगाए गए हैं। इन तीनों पर यूके में कार्यरत पत्रकारों की जासूसी करने और हिंसा की साजिश रचने का आरोप है। शनिवार को लंदन की एक अदालत में इन आरोपों पर सुनवाई हुई थी।
ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “हमारे लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और ईरान को उसकी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।” इस बयान के साथ ब्रिटेन ने यह भी संकेत दिया कि ईरान से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
इससे पहले, ईरान ने ब्रिटिश राजनयिक को तलब किया था। ईरानी सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए के अनुसार, ईरान ने ब्रिटेन में एक ईरानी नागरिक की गिरफ्तारी को अवैध और अनुचित करार देते हुए अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और राजनीतिक रूप से प्रेरित न्यायिक कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई थी।
ईरानी विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी कि ब्रिटेन का यह ‘अवांछनीय आचरण’ द्विपक्षीय संबंधों को और नुकसान पहुंचा सकता है।
उल्लेखनीय है कि दो सप्ताह पहले पुलिस ने चार अन्य ईरानी नागरिकों को भी आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने के संदेह में हिरासत में लिया था। हालांकि, शनिवार को उन्हें रिहा कर दिया गया लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की जांच अब भी जारी है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
