कोलकाता, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।
राज्य की छह विधानसभा सीटों के उपचुनावों की तैयारी जोरों पर है। इस इस बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर मंथन जारी है। चुनाव में कांग्रेस के साथ पार्टी का गठबंधन होगा या नहीं, इसे लेकर आज शुक्रवार को फैसला होने की उम्मीद है। माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम फिलहाल इंग्लैंड में हैं, इसलिए उपचुनावों के मद्देनजर पार्टी नेतृत्व ने गुरुवार देर रात तक वर्चुअल बैठक के जरिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया है।
बैठक में तय हुआ है कि छह विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी पार्टी की सचिव मंडली के छह सदस्यों को सौंपी जाएगी। कूचबिहार की सिताइ विधानसभा सीट के लिए जीवेश सरकार, अलीपुरद्वार के मदारीहाट के लिए जी. आलम, उत्तर 24 परगना के नैहाटी के लिए श्रीदीप भट्टाचार्य, हड़ोआ के लिए पलाश दास, मेदिनीपुर के लिए सुजन चक्रवर्ती, और बांकुरा के तालडंगरा के लिए अमिय पात्र को चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है।
2021 के विधानसभा चुनावों में इन छह सीटों में से सिताई में कांग्रेस, मदारीहाट में आरएसपी और हड़ोआ में आईएसएफ ने चुनाव लड़ा था। इस बार के उपचुनावों के लिए समीकरण बदल चुके हैं। फुरफुरा शरीफ के साथ माकपा की दूरी का मुद्दा और कांग्रेस में अधीर चौधरी की जगह शुभंकर सरकार के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। इस राजनीतिक परिदृश्य में, माकपा को यह तय करना है कि वह गठबंधन करेगी या नहीं। वाम मोर्चे की घटक फॉरवर्ड ब्लॉक ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह सिताई से चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस ने अभी तक उपचुनावों पर कोई बयान नहीं दिया है।
शुक्रवार को शाम 5.30 बजे माकपा के चेयरमैन विमान बसु ने राज्य वाम मोर्चा की बैठक बुलाई है। माकपा के सचिव मोहम्मद सलीम की गैरमौजूदगी में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस या अन्य दलों के साथ समन्वय का कार्य कौन करेगा, यह एक अहम सवाल है। इसके अलावा, पार्टी ने माकपा (माले) लिबरेशन के साथ भी बातचीत करने का इरादा जताया है ताकि एक बड़ा वामपंथी गठबंधन बनाया जा सके, भले ही कांग्रेस के साथ समझौता न हो। अब देखने की बात यह होगी कि माकपा और वाम मोर्चा इस उपचुनाव में किस रणनीति के साथ आगे बढ़ेंगे।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर