सिरसा, 25 अप्रैल (Udaipur Kiran) । सिरसा जिला के गांव फतेहपुरिया नियामतखां की पंचायत व ग्रामीणों की ओर से शुक्रवार को बैठक कर दूरगामी फैसला लिया गया है। सामूहिक रूप से लिए गए इस फैसले में गांव में मांगने के लिए आने वाले बाहरी लोगों का पूर्ण बहिष्कार का निर्णय लिया गया है। बैठक प्रस्ताव पारित किया गया कि जो बाहरी लोग गांव में भांड, नाथ, जोगी, रोटी बैंक, अनाथ आश्रम, गौशाला, एनजीओ अथवा अन्य संस्था आकर दान दक्षिणा, गेहूं, अनाज या धन की मांग करते हैं, उन्हें कुछ नहीं देना है।
ग्रामीणों द्वारा इस आश्य का फैसला सरपंच सुनीता रानी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। जिसमें गांव के मौजिज व साधारण लोगों ने शिरकत की।
बैठक में कहा गया कि गांव-गांव में दान-दक्षिणा अथवा चंदा एकत्रित करने वालों की आड़ में असामाजिक तत्व रेकी भी करते हैं। दिन में सूने घर में वारदात करने से भी बाज नहीं आते। अनेक जघन्य वारदातों में रेकी का तरीका अपनाया जाना सामने आ चुका है। ऐसे में फतेहपुरिया नियामत खां के ग्रामीणों व पंचायत द्वारा लिया गया फैसला दूरगामी नतीजे देगा। बाहरी लोगों पर रोकथाम से अपराध पर भी अंकुश लगेगा। ग्रामीण जिसका सहयोग करना चाहेंगे, वे निकट के मंदिर-गुरुद्वारा, गौशाला अथवा अनाथ आश्रम को स्वयं जाकर सहयोग कर सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
