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बाॅक्सिंग : लखनऊ के आदित्य ने मेरठ के नुकुल को हराया, मेरठ के अमन ने कानपुर के अर्णव को दी मात

मुख्य अतिथि गिरीश यादव

लखनऊ, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । लखनऊ जोन ए के आदित्य सिंह अलेरिया, मोहम्मद अयान खान, प्रांजल जोशी, दिव्यांशु बिष्ट ने सीआईएससीई (यूपी-यूके) रीजनल बाॅक्सिंग टूर्नामेंट में अपने-अपने वर्गो में सेमीफाइनल मुकाबलों में जीत के साथ फाइनल में स्थान सुरक्षित किया।

पहले दिन खेले गए अंडर-14 आयु वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबलों में 34-36 किग्रा में कानपुर उत्तर के अक्षत सिंह ने कानपुर दक्षिण के आर्यन द्विवेदी को व लखनऊ जोन ए के आदित्य सिंह अलेरिया ने मेरठ के नुकुल को हराया।

सेंट थॉमस मिशन हाई, स्कूल, लखनऊ द्वारा केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बाक्सिंग हाल में आयोजित तीन दिवसीय टूर्नामेंट के पहले दिन लखनऊ जोन बी के अविरल गुप्ता, उन्नत गुप्ता, यजदान ने भी सेमीफाइनल में जीत दर्ज की। 28-30 किग्रा भार वर्ग में लखनऊ जोन बी के अविरल गुप्ता ने कानपुर-दक्षिण जोन के अहद खान को व मेरठ के अमन ने कानपुर उत्तर के अर्णव मिश्रा को हराया। 30-20 किग्रा वर्ग में लखनऊ जोन बी के उन्नत गुप्ता ने कानपुर दक्षिण के अग्रज पाण्डेय को व लखनऊ जोन ए के मोहम्मद अयान खान ने कानपुर उत्तर के अंकित मिश्रा को हराया।

40-42 किग्रा में मेरठ के इंद्रजीत सिंह ने कानपुर दक्षिण के प्रथम शुक्ला को व लखनऊ जोन ए के दिव्यांशु बिष्ट ने कानपुर उत्तर के रेहान अख्तर को हराया। 48-50 किग्रा भार वर्ग में कानपुर उत्तर के शौर्य वर्द्धन ने कानपुर दक्षिण के मयंक यादव को व मेरठ के अविरल दीक्षित ने लखनऊ जोन ए के अक्षत द्विवेदी को हराया।इसके अलावा अन्य सेमीफाइनल मुकाबलों में 36-38 किग्रा में लखनऊ जोन ए के प्रांजल जोशी ने कानपुर उत्तर के क्षितिज मिश्रा को, 42-44 किग्रा में कानपुर उत्तर के वैभव कुमार शर्मा ने कानपुर दक्षिण के विनायक तिवारी को, 44-46 किग्रा में मेरठ के अणर्व सिंह ने कानपुर दक्षिण के सूर्यांश कुमार को व 46-48 किग्रा में लखनऊ जोन बी के यजदान ने लखनऊ जोन ए के मयंक चौरसिया को हराया।

टूर्नामेंट का उद्घाटन गुरुवार को मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के खेल व युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्या डाॅ.रुपम दुबे तथा लखनऊ के क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी अजय कुमार सेठी की भी मौजूदगी रही। मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि खेल का आज जीवन में महत्व काफी बढ़ गया है। इसी के चलते अब ये कहा जाने लगा है कि पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब और खेलोगे कूदोगे, तब भी बनोगे नवाब।

(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय / विद्याकांत मिश्र

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