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कांगड़ा-शिमला फोरलेन की ट्विन टनल के दोनों छोर मिले

कांगड़ा के समीप बनी ट्विन टनल का बाहरी दृश्य।

धर्मशाला, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) ।कांगड़ा-शिमला फोरलेन पर निर्माणाधीन ट्विन टनल के दोनों छोर शनिवार को मिल गए हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई द्वारा बनाए जा रहे इस फोरलेन में कांगड़ा के समीप दौलत गजरेहडा में तैयार हुई इस सुरंग का कार्य तय समयावधि से पूर्व ही निर्माणाधीन कंपनी ने पूरा कर लिया है। वहीं अब टनल के दोनों छोर मिलने के बाद इसका कार्य और गति पकड़ेगा और दिसंबर माह तक इसे पूरा करके वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा।

उधर शनिवार को परियोजना निदेशक एसएच विक्रम सिंह मीना और आरओ शिमला अब्दुल बासित विशेष रूप से यहां पंहुचकर इसका जायजा लिया और निर्माणाधीन कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित मजदूरों को बधाई दी। गौरतलब है कि यह सुरंग करीब एक किलोमीटर 260 मीटर लंबी है। ट्विन टनल के नाम से बनी यह दोनों टनल 600-600 मीटर से अधिक लंबी है। इसके निर्माण में करीब 1600 मीट्रिक टन स्टील लगाई गई है। फोरलेन पर बन रही इस डबल सुरंग में न्यू ऑस्ट्रेलियन टैक्रोलाजी मेथड का प्रयोग किया गया है। जिसमें एक विशेष अमरेला बनाकर अंदर कोई दुर्घटना ना हो ऐसी स्पोर्ट और आधुनिक सिस्टम अपनाया गया है। तेज गति से चल रहे इस कार्य को दिसंबर में पूरा कर जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

कांगड़ा बाईपास सुरंग निर्माण एक मील का पत्थर है। शनिवार को सुरंग के दोनों छोर का मिलना इस महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा परियोजना में एक महत्वपूर्ण कदम है। कांगड़ा जिला के दौलतपुर के निकट बन रही बाईपास टनल का क्षेत्र के लोगों को भी बेसब्री से इंतजार है। इस सुरंग का नाम कांगड़ा ट्विन ट्यूब सुरंग रखा गया है। जिसकी लंबाई 1260 मीटर है। सुरंग निर्माण पूरा हो जाने के बाद, सुरक्षा, कार्यक्षमता और कुशल संचालन सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न प्रणालियां और उपकरण स्थापित किए गए हैं।

टनल में यह सब होगा खास

आधुनिक प्रणाली से बन रही उच्च क्षमता वाली टनल में हाई टैक्रोलाजी वाले पंखे, वायु नलिकाएं और वेंटिलेशन शाफ्ट, एलईडी या फ्लोरोसेंट रोशनी, आपातकालीन प्रकाश व्यवस्था, और नियंत्रण प्रणाली स्थापित की गई है। इसके अलावा स्मोक डिटेक्टर, फायर अलार्म, स्प्रिंकलर सिस्टम, अग्निशामक यंत्र और आपातकालीन निकास, ट्रैफि़क सिग्नल, परिवर्तनीय संदेश संकेत, स्वचालित टोल सिस्टम और लेन नियंत्रण सिस्टम, पंपिंग स्टेशन, जल निकासी पाइप और बैकअप जनरेटर, यूपीएस सहित तमाम सारी आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।

कांगड़ा सुरंग क्षेत्र की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। जिसे परिवहन में व्यवस्था में सुधार, भीड़भाड़ कम करने, समय कम कर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। शनिवार को ब्रेक थ्रू के बाद समारोह में सरकारी अधिकारियों, इंजीनियरों और निर्माण से जुड़े प्रतिनिधियों सहित प्रमुख परियोजना हितधारक शामिल हुए। इस सुरंग का निर्माण एम/एस गावर कांगड़ा हाईवे प्रा. लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। समारोह में विशेष अतिथि के रूप में एनएचएआई के परियोजना निदेशक एसएच विक्रम सिंह मीना और आरओ शिमला अब्दुल बासित विशेष रूप से उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया शुक्ला

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