जयपुर, 20 नवम्बर (Udaipur Kiran) । टेक्नोलॉजी और सर्विसेज के प्रमुख ग्लोबल सप्लायर बॉश लिमिटेड ने आज अपने जयपुर प्लांट की पच्चीसवीं वर्षगाँठ का उत्सव मनाया। यह प्लांट 1999 में स्थापित किया गया था और राजस्थान में इंडस्ट्रियल रोजगार सृजन और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए प्रसिद्ध है। यह बॉश का (तत्कालीन माईको) भारत में चौथा प्लांट था।
इस अवसर पर बॉश ग्रुप इंडिया के प्रेजिडेंट और बॉश लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, गुरुप्रसाद मुदलापुर ने कहा, यह मील का पत्थर जयपुर प्लांट की असाधारण यात्रा और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में इसके महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाता है।
जयपुर प्लांट, 25 वर्षों में ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के साथ एडवांस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स का उत्पादन कर रहा है, विशेष रूप से फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम के क्षेत्र में। इस प्लांट ने शुरूआत में 25 वीई पंप के दैनिक उत्पादन से काम करना शुरू किया था और अब इसकी उत्पादन क्षमता बढ़कर 1000 पंप प्रतिदिन तक पहुंच गई है। इस सफलता को बॉश इंडिया के एग्जीक्यूटिव वाईस प्रेजिडेंट, मैन्युफैक्चरिंग एंड क्वालिटी, हुसैन ओज़मेराल ने युवा और गतिशील कार्यबल की प्रतिबद्धता का परिणाम बताया।
जयपुर प्लांट ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। प्लांट अपनी 40% ऊर्जा जरूरतें सोलर पावर से पूरी करता है और इसमें 2.6 मेगावाट का ऑनसाइट सोलर सिस्टम और 1,200 किलोलीटर क्षमता का रेनवाटर रेज़रवायर है। इसके अलावा, स्मार्ट इवैपोरेटर सिस्टम के जरिए प्लांट ने 30% स्कोप 1 उत्सर्जन कम किया है, जिससे हर साल 58 टन सीओ-2 उत्सर्जन रोका जा रहा है।
बॉश का योगदान केवल इंडस्ट्रियल क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके सीएसआर प्रयासों ने स्थानीय समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। इसके प्रोजेक्ट्स जैसे ब्रिज कार्यक्रम, आर्टिजन ट्रेनिंग सेंटर और ग्रामीण क्षेत्रों में युवा लड़कियों के लिए प्रज्ञा निकेतन ने शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास को अधिक सुलभ बनाया है।
बॉश इंडिया के जयपुर प्लांट के सीनियर जनरल मैनेजर, अंकुर कपूर ने इस अवसर पर कहा, हम अपनी थीम ‘जे ए प.एन एक्स ट – नरचर, एक्साइट और ट्रांसफॉर्म’ के साथ भविष्य में उन्नत तकनीकों और सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज को अपनाते हुए समाज की सेवा करते रहेंगे।
(Udaipur Kiran)