
जयपुर, 3 जून (Udaipur Kiran) । राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) में बुधवार को प्रोफेसर विकास नौटियाल द्वारा लिखित पुस्तक पुलिस इतिहास के वातायन से का विमोचन किया जाएगा। यह पुस्तक भारतीय पुलिस व्यवस्था के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य को राजस्थान के संदर्भ में विश्लेषित करती है, और इसे अकादमिक दृष्टिकोण से तैयार किया गया है।
पुस्तक का लोकार्पण समारोह पूर्व बीएसएफ महानिदेशक एम. एल. कुमावत, आरपीए निदेशक एस. सिंगेथर, पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं लेखक हरिराम मीणा, तथा वरिष्ठ इतिहासकार डॉ. कमल नयन की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न होगा।
प्रोफेसर नौटियाल ने इस पुस्तक के माध्यम से पुलिस प्रशासन और शैक्षणिक जगत के बीच संवाद और समन्वय का सेतु स्थापित करने का प्रयास किया है। अब तक पुलिस इतिहास पर जो भी लेखन हुआ है, वह प्रायः संगठनात्मक उद्देश्यों के लिए था। यह पुस्तक इस दृष्टि से विशिष्ट है कि इसमें न केवल पुलिस व्यवस्था के ऐतिहासिक विकास का अकादमिक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है, बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं में पुलिसिंग की भूमिका का भी गहन विवेचन किया गया है।
पुस्तक की एक विशेषता यह भी है कि इसके लेखन में राजस्थान राज्य अभिलेखागारों से प्राप्त प्राथमिक स्रोतों का व्यापक उपयोग किया गया है, जिससे इसकी प्रमाणिकता और पठनीयता दोनों बढ़ जाती है। यह संभवतः राजस्थान में पुलिस के इतिहास पर लिखा गया पहला ऐसा ग्रंथ है जो शुद्ध रूप से अकादमिक दृष्टिकोण से तैयार किया गया है।
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(Udaipur Kiran)
