
कानपुर, 21 मई (Udaipur Kiran) । विश्वविद्यालय की वैश्विक महत्वाकांक्षाओं पर अंतरराष्ट्रीयकरण (इंटरनलिजेशन) आज उच्च शिक्षा संस्थानों की अनिवार्यता बन चुका है, और सीएसजेएम विश्वविद्यालय अपने शैक्षणिक, सांस्कृतिक और शोध संबंधों को विश्व स्तर पर विस्तारित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह बातें बुधवार को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं अकादमिक सहयोग प्रकोष्ठ (आईआरएसी) द्वारा प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका बॉन्डिंग बियॉन्ड बॉर्डर्स का भव्य विमोचन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कही।
कुलपति ने बताया कि कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं अकादमिक सहयोग प्रकोष्ठ के डीन प्रो. सुधांशु पांड्या, वित्त अधिकारी अशोक कुमार त्रिपाठी, एसोसिएट डीन डॉ. प्रभात द्विवेदी, एसोसिएट डीन डॉक्टर राजीव मिश्रा की उपस्थिति भी रही। इस कार्यक्रम शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय छात्र- प्रतिनिधियों अर्पण साहा (बांग्लादेश), अंश सिंह राजपूत (नेपाल), हृदि चौधरी (बांग्लादेश), एवं शंभू कुशवाहा (नेपाल) द्वारा कुलपति को पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया।
प्रो. पांड्या ने पत्रिका की रूपरेखा और उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रयास विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक नई पहचान दिलाएगा।
डॉ. प्रभात द्विवेदी ने कहा कि बॉन्डिंग बियॉन्ड बॉर्डर्स पत्रिका न केवल विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को दर्शाती है, बल्कि इसके वैश्विक जुड़ाव की दिशा में उठाए गए ठोस कदमों का दस्तावेज़ भी है।
कार्यक्रम के अंत में डॉ राजीव मिश्रा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और साझेदारी की दिशा में निरंतर कार्य करने का संकल्प लिया गया।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
