गोपेश्वर, 21 सितम्बर (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के देवाल विकास खंड के उलंगरा गांव के ग्रामीणों ने एक बैठक कर बिना सत्यापन के गांव में घूम रहे फड़ फेरी वालों को गांव में प्रवेश करने को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है। इस संबंध में गांव के प्रवेश द्वार पर एक बोर्ड भी लगाया गया है। ताकि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश न कर सके।
शनिवार को ग्राम प्रधान हंसी देवी की अध्यक्षता में हुई बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि बिना जान पहचान के लोग गांव में आ रहे हैं और अपराध कर भाग जा रहे हैं। इसको देखते हुए ग्रामीणों ने फड फेरी और मजदूरी करने आ रहे बाहरी लोगों को गांव में बिना सत्यापन के गांव में न आने का फैसला लिया है। गांव में प्रवेश करने के लिए पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया गया है।
ग्रामीणों ने घोड़ा, खच्चरों के गांव में प्रवेश से पहले खच्चरों के मुंह पर जाली लगाने व गोबर की सफाई भी अनिवार्य कर दिया है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि गांव के नियमों का उल्लघंन करने पर पांच सौ रूपये का जुर्माना लगाया जाएगा ताकि गांव की सुरक्षा के साथ स्वच्छता बनी रहे।
बैठक में प्रधान हंसी बोरा, उप प्रधान रघुवीर सिंह, पुनम देवी, महेंद्र सिंह, क्षेपंस पान सिंह, पुष्कर फर्स्वाण, हीरा राम, उम्मेद बोरा, गंगा दत्त, उषा देवी, लक्ष्मी देवी, दीपा देवी, यशोदा देवी आदि मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल