धर्मशाला, 07 मार्च (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड हिमाचल प्रदेश समावेशी शिक्षा में जिला कुल्लू के एक संस्थान चन्दर आभा मैमोरियल स्कूल फॉर द ब्लाइंड में दृष्टिबाधित छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा का आयोजन कर रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को कक्षा तीसरी के छात्रों के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग करके अपनी बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया गया।
बोर्ड के सचिव मेजर डॉ विशाल शर्मा ने बताया कि दृष्टिबाधित शिक्षार्थियों के लिए उपलब्ध शैक्षिक संसाधनों में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि इस दौरान दो छात्रों आशीष ठाकुर और अर्नव धीमान ने कम्पयूटर पर अपनी परीक्षा पूरी की, जो दृष्टिबाधित छात्रों के लिए शिक्षा में प्रौद्योगिकी के एकीकरण में एक महत्वपूर्ण क्षण है।
उन्होंने बताया कि इनके अतिरिक्त अन्वेषा शर्मा और मयंक ने बड़े प्रिंट में अपनी परीक्षा दी है, जिसमें गीतेश कुमार ने एक लेखक के रूप में अपनी सेवायें इन छात्रों को दी। कक्षा पांचवी के छात्र वंशिका और अरिंदम ने भी बड़े प्रिंट प्रारूपों का उपयोग करके अपनी परीक्षा दी है। बोर्ड परीक्षाओं के लिए कम्पयूटर के उपयोग का उद्देश्य दृष्टिबाधित छात्रों को सशक्त बनाना है, जिसमें उन्हें अपनी शैक्षिणिक गतिविधियों और उससे आगे की सफलता के लिए आवश्यक उपकरण मिल सके।
बोर्ड सचिव ने बताया कि सरकार, बोर्ड और शिक्षा विभाग इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने पर रोमांचित है, जहां हमारे छात्र अपनी शैक्षिणिक यात्रा में प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक अधिक समावेशी शैक्षिक परिदृष्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जहां सभी छात्रों को उत्कृष्टता प्राप्त करने का समान अवसर मिलता है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
