जम्मू, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । समर्थन के एक उत्साहजनक संकेत में भारतीय सेना ने राजौरी जिले के परात गांव में गुज्जर और बक्करवाल समुदायों के लिए कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। सद्भावना परियोजना के तहत चल रही इस पहल का उद्देश्य पारंपरिक रूप से खानाबदोश जनजातियों को आवश्यक गर्मी और सुरक्षा प्रदान करना था जो निचले इलाकों और उच्च ऊंचाई वाले चरागाहों के बीच मौसमी प्रवास के कारण कठोर सर्दियों की परिस्थितियों का सामना करते हैं।
इस कार्यक्रम को इसकी पहुंच और प्रभाव को अधिकतम करने के लिए दो चरणों में आयोजित किया गया था। पहला चरण हायर सेकेंडरी स्कूल, चन्नी परात में हुआ जहां लगभग 60 कंबल वितरित किए गए। दूसरे चरण में सद्भावना गश्त शामिल थी जहां सेना के जवानों ने पहाड़ी क्षेत्रों में अलग-थलग पड़े ढोकों का दौरा किया और केंद्रीय वितरण बिंदु पर जाने में असमर्थ लोगों को सीधे अतिरिक्त 30 कंबल वितरित किए। कुल मिलाकर 90 व्यक्तियों को इस दयालु आउटरीच से लाभ हुआ।
कंबलों का वितरण सर्दियों के महीनों में गर्मी की महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूरा करता है जो मानवीय प्रयासों और सामुदायिक कल्याण के लिए सेना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। गुज्जर और बक्करवाल समुदाय जो अक्सर चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति का सामना करते हैं ने भारतीय सेना द्वारा दिए गए समर्थन के लिए गहरा आभार व्यक्त किया। इस पहल ने न केवल तत्काल राहत प्रदान की बल्कि सशस्त्र बलों और उनके द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले दूरदराज के समुदायों के बीच एकजुटता और समर्थन की भावना को भी मजबूत किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा