
कोलकाता, 11 मार्च (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा विधायकों के दल-बदल के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी और इस मामले में राज्य विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी को भी पक्षकार बनाएगी।
शुभेंदु अधिकारी का यह बयान तब आया जब एक दिन पहले हल्दिया विधानसभा सीट से भाजपा विधायक तापसी मंडल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं, लेकिन उन्होंने ‘भाजपा विधायक’ का पद बरकरार रखा। विधानसभा परिसर के बाहर मीडिया से बातचीत में अधिकारी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष भारतीय संविधान का सम्मान नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि 2011 से अब तक तृणमूल कांग्रेस विभिन्न दलों— भाजपा, कांग्रेस, माकपा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और फॉरवर्ड ब्लॉक— के 56 विधायकों को अपने पाले में कर चुकी है। विधानसभा अध्यक्ष संविधान की 10वीं अनुसूची का पालन नहीं कर रहे, जो ‘दलबदल विरोधी कानून’ से संबंधित है।
अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष ने अवैध रूप से उत्तर 24 परगना के बारानगर विधानसभा सीट से तृणमूल विधायक सयंतिका बनर्जी और मुर्शिदाबाद के भगवांगोला सीट से रेयत हुसैन सरकार को सदन की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति दी, जबकि राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने इस पर आपत्ति जताई थी।
उन्होंने कहा कि हाल ही में तेलंगाना में 10 विधायकों के दल-बदल के मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है, जिसकी सुनवाई 25 मार्च को होगी। अधिकारी ने घोषणा की कि उसके बाद भाजपा पश्चिम बंगाल में भी इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएगी और विधानसभा अध्यक्ष को पक्षकार बनाया जाएगा।
इसके साथ ही अधिकारी ने कहा कि आने वाले दिनों में भाजपा दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर विधानसभा क्षेत्र में, जो विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन क्षेत्र है, बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी।
अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि बीते कुछ दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंदुओं के धार्मिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर योजनाबद्ध हमले हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन मामलों में पुलिस मूकदर्शक बनी रही और अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
