
कोलकाता, 03 जनवरी (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में तमलुक-घाटाल सहकारी बैंक चुनाव के दौरान हिंसा का मामला गरमा गया है। भाजपा ने चुनाव में गड़बड़ी और एक भाजपा नेता को निशाना बनाकर किए गए बम हमले के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पार्टी ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच की मांग की है। हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता ने मामले को गंभीर मानते हुए राज्य सरकार और पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। अदालत ने निर्देश दिया है कि इस मामले पर अगली सुनवाई से पहले, यानी मंगलवार तक रिपोर्ट पेश की जाए।
चुनाव के दिन भाजपा नेता पर बम फेंके जाने की घटना सामने आई थी, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने इस हमले पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, बल्कि मूकदर्शक बनी रही।
पार्टी का कहना है कि चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए हिंसा फैलाई गई, और इस साजिश में सत्तारूढ़ दल के समर्थक भी शामिल हो सकते हैं।
राज्य भाजपा का दावा है कि बंगाल में लोकतांत्रिक चुनाव निष्पक्ष रूप से नहीं हो रहे हैं। पार्टी के अनुसार, सहकारी बैंक चुनावों में सत्ताधारी दल के इशारे पर धांधली की जा रही है और विरोधियों को डराने के लिए हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। इसी के चलते भाजपा ने पूरे मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग की है।
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हाई कोर्ट का रुख और अगली सुनवाई
कलकत्ता हाई कोर्ट ने भाजपा की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य प्रशासन को निर्देश दिया कि वह इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मंगलवार तक अदालत में जमा करे। इसके बाद ही अदालत इस मामले में कोई अगला आदेश देगी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
